उम्मीदों की एक्सप्रेस:ग्वालियर-भाेपाल इंटरसिटी वाया झांसी चलाने, आगरा-ग्वालियर शटल शिवपुरी तक बढ़ाने सहित तीन ट्रेनों का फैसला अटका
रेलवे स्टेशन ग्वालियर से कुछ ट्रेनों के चलने की सुगबुगाहट हुई। रेलवे बोर्ड ने सैद्धांतिक मंजूरी भी प्रदान कर दी, लेकिन ऐसी ट्रेनों के चलने का यात्रियों को डेढ़ साल से इंतजार है। उदाहरण के तौर पर ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी वाया झांसी होकर चलाने की मंजूरी रेलवे बोर्ड ने सैद्धांतिक मंजूरी जनवरी 2020 में प्रदान कर दी थी।
इसके लिए भोपाल और झांसी मंडल स्तर पर तैयारी भी शुरू हो गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद मामला अटक गया। अब यह ट्रेन चलेगी या नहीं इस मामले में कोई बोलने को तैयार नहीं है। इसी तरह आगरा-ग्वालियर शटल को शिवपुरी तक चलाने का प्रस्ताव भी बोर्ड के पास भेजा गया, लेकिन इसके आदेश अब तक जारी नहीं हुए। वहीं प्रयागराज से मथुरा के बीच वीरांगना एक्सप्रेस ट्रेन ट्रायल के तौर पर चलाई गई। इसे नियमित करने की मांग उठी, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
ग्वालियर से सुबह ट्रेन चलने पर लोग भोपाल जा और आ सकेंगे
अभी ग्वालियर से भोपाल के लिए गुना होकर इंटरसिटी चलती है, लेकिन यह लंबी दूरी की ट्रेन है। समय में भी ज्यादा लगता है। इस कारण झांसी होकर ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी चलाने की मांग सुबह के समय की जा रही है। यह ट्रेन ग्वालियर से सुबह चले और रात को ग्वालियर वापस आ जाए तो लोग एक ही दिन में भोपाल आ-जा सकेंगे।
साढ़े सात घंटे ग्वालियर में खड़ी रहती है आगरा-ग्वालियर शटल
शिवपुरी के लिए सुबह के बाद सीधे शाम 7:30 बजे इंदौर इंटरसिटी ट्रेन है। लगभग 11 घंटे ट्रैक कोविड से दस्तक से पहले खाली रहता था। आगरा-ग्वालियर शटल अभी रद्द चल रही है। यह सुबह 10:30 बजे के आने के बाद शाम 6 बजे तक ग्वालियर में खड़ी रहती है। यह ट्रेन शिवपुरी तक 110 किमी की दूरी तय कर शाम काे ग्वालियर लौट सकती है।
ट्रेनों की स्थिति की जानकारी ली जाएगी
अभी कोविड का दौर चल रहा है। केवल स्पेशल ट्रेन चल रही हैं। ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी झांसी होकर चलाने के मामले की जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही अन्य जो ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव बोर्ड के पास भेजा गया है, उन पर क्या अमल हुआ? इसकी भी जानकारी लेने के बाद ही कुछ कह सकूंगा।
-डॉ. शिवम शर्मा, सीपीआरओ, उत्तर मध्य रेलवे
लोस में उठाऊंगा भोपाल इंटरसिटी चलाने का मामला
झांसी होकर ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी चलाने की सैद्धांतिक मंजूरी रेलवे से 2020 में मिल चुकी है। आगरा-ग्वालियर शटल को शिवपुरी तक चलाने का प्रस्ताव है, दोनों ट्रेनों को मंजूरी क्यों नहीं मिली? इसे लोकसभा में उठाऊंगा। -विवेक शेजवलकर, सांसद