भामाशाहों के सहयोग से विकास करवाया:अध्यापक की मेहनत से बदला विद्यालय का स्वरूप, बिजली के लिए इनवर्टर लगाया
नागौर/डीडवाना सरकारी स्कूलों में जहां कई बार देखने को मिलता है कि भवन की स्थिति दयनीय रहती है और विभाग के पास बजट के अभाव के कारण रिपेयरिंग का कार्य भी कार्यरत शिक्षक नहीं करवा पाते है मगर क्षेत्र के एक गांव में एक विद्यालय ऐसा भी है जिसमें स्कूल में कार्यरत शिक्षक ने कड़ी मेहनत और लगन के साथ अल्प समय मे आमजन भामाशाहों का सहयोग लेकर विद्यालय को सुसृजित किया हैं। जिसकी सराहना सभी ग्रामवासी कर रहे हैं।
क्षेत्र के गांव गिरधारीपुरा के सरकारी स्कूल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक व बीएलओ बिरड़ाराम ने मेहनत और लगन के साथ स्कूल की कायाकल्प की है। तेजपुरा गांव निवासी शिक्षक जो 25 किलोमीटर दूर पर गिरधारीपुरा की स्कूल में जो भवन काफी समय से जर्जर हो रहा था 14 जून से 14 अगस्त तक दिन रात मेहनत करके विद्यालय की व्यवस्थाओं में सुधार करके 1 लाख 60 हजार रुपए की राशि खर्च कर विद्यालय की दीवार बनाई है।
जिसमें रामेश्वरलाल, ओमप्रकाश का आर्थिक सहयोग रहा है। इसी प्रकार सारड़ी के पूर्व सरपंच पूर्णराम मण्डा से 1 लाख 50 हजार रुपये लेकर हॉल व ऑफिस का नवीनीकरण करवाया व वीआईपी चेयर भी खरीदी। इसी प्रकार इस कार्य में गोविन्दराम, राधेश्याम, देवीलाल ने 50 हजार रूपए दिए वहीं जेठाराम व राजकुमार ने 21 हजार, चतरराम मुंड के पुत्रों ने 25 हजार रुपए देकर इन्वर्टर लगवाया। इस प्रकार अलग-अलग राशि से भामाशाहों व शिक्षकों से लेकर 4 लाख रुपए की कार्य विद्यालय में करवा दिया।