देश में 46164 नए केस, अकेले केरल में 31445 मामलों के साथ 215 की मौत
दिल्ली। क्या देश में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है? ताजा आंकड़ों के बीच यह आशंका तेज होती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 46,164 नए केस सामने आए हैं और 607 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा खराब हालात केरल में हैं। यहां बीते 24 घंटों में कोरोना के 31445 केस सामने आए हैं जबकि 215 लोगों की मौत हुई है। इस तरह देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 3,25,58,530 पहुंच गई है। इनमें से 3,17,88,440 मरीज ठीक हो चुके हैं। 3,33,725 एक्टिव केस हैं जबकि मृतक संख्या 4,36,365 पहुंच गई है।
क्या तीसरी लहर का केंद्र बनता जा रहा केरल?
केरल में बुधवार को कोरोना वायरस के 31,445 नए मामले सामने आए हैं। तीन महीने बाद यहां एक दिन में 30,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। वहीं यहां कोरोना पॉजिटीविटी रेट बढ़कर 19 प्रतिशत हो चुका है। बुधवार को यहां कोरोना के चलते 215 लोगों की मौत हो गई। यहां अब तक 19,972 लोग कोरोना के चलते दम तोड़ चुके हैं। पिछली बार केरल ने 30,000 का आंकड़ा 20 मई को पार किया था जब यहां 30,491 मामले दर्ज किए गए थे।
राज्य सरकार के अनुसार, बुधवार को यहां कोरोना पॉजिटिविटी रेट 19 प्रतिशत के ऊपर चला गया। कोरोना के नए मामलों में बढ़ोत्तरी होने से यहां कुल संक्रमितों की संख्या 38,83,429 हो चुकी है। इस बीच सरकार ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं।
ओणम के बाद बढ़ा संक्रमण
डॉक्टरों और कई हेल्थ एक्सपर्ट ने कहा था कि ओणम उत्सव के बाद केरल में कोरोना के मामले बढ़ेंगे और कोरोना पॉजिटिविटी रेट 20 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा। 27 जुलाई से, बकरीद समारोह के बाद कुछ दिनों के लिए प्रतिबंधों में ढील दी गई थी। इस समय भी केरल में लगभग हर दिन 20,000 के करीब नए मामले आ रहे थे। सरकार की तरफ से आगे कहा गया कि मंगलवार से अब तक 20,271 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, कुल ठीक होने वालों की संख्या 36,92,628 और सक्रिय मामलों की संख्या 1,70,292 है।
एर्नाकुलम में सबसे ज्यादा मामले
पिछले 24 घंटों में 1,65,273 सैंपल की जांच की गई और 19.03 प्रतिशत सैंपल पॉजिटिव पाए गए। अब तक 3,06,19,046 सैंपल की जांच की जा चुकी है। सबसे ज्यादा 4,048 मामले एर्नाकुलम में आए हैं। इसके बाद त्रिशूर (3,865), कोझीकोड (3,680), मलप्पुरम (3,502), पलक्कड़ (2,562), कोल्लम (2,479), कोट्टायम (2,050), कन्नूर (1,930) अलाप्पुझा ( 1,874), तिरुवनंतपुरम (1,700), इडुक्की (1,166) पठानमथिट्टा (1,008) और वायनाड (962) का नाम आता है।
1,576 मामलों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग नहीं
सरकार की तरफ से यह भी बताया गया कि नए मामलों में से 123 स्वास्थ्य कार्यकर्ता थे, राज्य के बाहर से आए 138 और दूसरे मरीजों के संपर्क से 29,608 लोग संक्रमित हुए थे। वहीं 1,576 लोग ऐसे थे, जिनमें संक्रमण कैसे फैला इस बात की कोई जानकारी नहीं है। फिलहाल 4,70,860 लोग निगरानी में हैं। इनमें से 4,44,278 होम या इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में हैं और 26,582 अस्पतालों में हैं।
टेस्टिंग में तेजी से कम होगा संक्रमण
राज्य में सीओवीआईडी -19 मामलों में वृद्धि के साथ, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि जल्द से जल्द पता लगाने के लिए एक गहन जांच कार्यक्रम शुरू किया गया है कि कौन कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं ताकि महामारी के प्रसार को कम किया जा सके। एक फेसबुक पोस्ट में, उन्होंने कहा कि कम टीकाकरण वाले जिलों में ज्यादा टेस्ट किए जाएंगे और लोगों को स्वेच्छा से परीक्षण करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सैंपल कलेक्शन सीधे क्लस्टर क्षेत्रों में और शिविरों के माध्यम से किया जाएगा और बिना देरी किए टेस्ट के नतीजे प्रदान करने के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि केरल ने प्रति मिलियन मामले में परीक्षण की वैज्ञानिक पद्धति को अपनाया है और इसलिए, जैसे-जैसे मामलों की संख्या बढ़ी, वैसे-वैसे टेस्ट की संख्या भी बढ़ी।
कांग्रेस ने की डेटा जारी करने की मांग
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में वायरस प्रबंधन प्रणाली में सवाल उठाते हुए एलडीएफ सरकार से स्वास्थ्य डेटा तुरंत जारी करने का आग्रह किया। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता, वी डी सतीसन ने आरोप लगाया कि राज्य में COVID नियंत्रण प्रणाली विफल हो गई है और वो चाहते हैं कि सरकार अपनी मौजूदा रणनीतियों और कार्यप्रणाली को दुरुस्त करे। उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “राज्य में कुल कोविड मरीजों की संख्या 38 लाख को पार कर गई है, लेकिन सरकार अभी भी इससे जुड़े स्वास्थ्य आंकड़ों को छिपा रही है।