बड़ी खबर, सरकार 9वी से 12वी तक के विद्यार्थियों को रोजगार सबंधित कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू करने जा रही है,,,
मंत्री अरविंद पांडेय के अनुसार लम्बी समयावधि में सतत प्रयासों के पश्चात् प्रदेश हित में हमारे नौनिहालों के उज्जवल भविष्य हेतु कक्षा 9वीं और 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए कौशल पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों को 8 कोर्स चुनने का अवसर मिलेगा। यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि विद्यालय से 12वीं करते ही हर छात्र एक कौशल लेकर निकलेगा।
शीघ्र ही इस प्रोजेक्ट का शुभारम्भ किया जायेगा। अभी यह प्रोजेक्ट फिलहाल 200 विद्यालयों से शुरू होगा, धीरे धीरे इसका दायरा बढ़ाया जाएगा।
शिक्षा मंत्री के अनुसार इस प्रोजेक्ट की मदद से छात्र सामान्य शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास की पढ़ाई भी करेंगे। 12 वीं कक्षा पास करने के बाद यदि वो चाहे तो स्वरोजगार भी शुरू कर सकते हैं।
यूं होगी पढ़ाई: रोजगार से जुडे कोर्स को हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के पाठ़यक्रम में शामिल करने की उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद से वर्ष 2015 में ही मंजूरी मिल चुकी है। कक्षा नौ से लेकर 12 वीं तक चार साल छात्र को अपने चुने विषय में प्रशिक्षण लेना होगा। चार साल की अवधि में छात्र अपने ट्रेड में पूरी तरह से दक्ष हो जाएंगे।
मालूम हो कि वर्चुअल क्लास रूप के साथ ही केंद्र सरकार ने राज्य को वर्ष 2010-11 में वोकेशनल कोर्स शुरू करने की अनुमति दे दी थी। लेकिन तब से यह प्रोजेक्ट फाइलों में ही फंसा था। सरकार ने विजन इंडिया सर्विस कंपनी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।
इन कोर्स की मिलेगी ट्रेनिंग:टूरिज्म एंड हास्पिटेलिटी, आईटी, ब्यूटी एंड वैलनेस, ऑटोमोटिव, एग्रीकल्चर, मल्टीस्किलिंग, रीटेल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, प्लंबर
गढ़वाल मंडल के स्कूल:चमोली-14, देहरादून-20, हरिद्वार-13, पौड़ी- 21, रुद्रप्रयाग- 06, टिहरी- 19, उत्तरकाशी-13
कुमाऊं मंडल के स्कूल:अल्मोड़ा-14, बागेश्वर- 07, चंपावत- 10, नैनीताल 21,पिथौरागढ़-16, यूएसनगर- 26