ग्वालियर-श्याेपुर नैराेगेज बंद, शहर में नहीं लगेगा जाम, लेकिन अंचलवासी हाेंगे परेशान
ग्वालियर। ग्वालियर-श्योपुर नैरोगेज ट्रेन अब कभी पटरियों पर नहीं दिखेगी। रेल मंत्रालय ने नैरोगेज ट्रेनों के संचालन को बंद करने की घोषणा कर दी है। अब छोटी रेल की जगह ब्राडगेज लाइन की पटरियां बिछाने का काम शुरू होगा। ग्वालियर-मुरैना-श्योपुर के बीच चलने वाली नैरोगेज ट्रेन के श्योपुर से सबलगढ़ के बीच चलने की उम्मीद थी। पहले चरण में रेलवे ने ग्वालियर से सबलगढ़ के बीच ब्राडगेज लाइन करने का प्लान बनाया था। अब नैरोगेज ट्रेन श्योपुर-सबलगढ़ के बीच भी नहीं चलेगी। 29 जुलाई को रेलवे मुख्यालय इलाहबाद ने एक प्रस्ताव भेजा था, जिसमें नैरोगेज का संचालन बंद कर, उसकी पटरियों को उखाड़ने की अनुमति मांगी थी। रेलवे मंत्रालय ने श्योपुर-ग्वालियर नैरोगेज रूट पर चलने वाली सभी आठ ट्रेनों का संचालन बंद करने के आदेश 23 अगस्त को जारी कर दिए हैं। ब्राडगेज लाइन के लिए मुरैना जिले में निजी क्षेत्र की 246 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। इसमें से करीब 170 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हो चुका है, लेकिन अधिग्रहित जमीन के बदले 169 करोड़ रुपये के मुआवजे में से अभी 65 करोड़ रुपये ही दिए गए हैं।
श्याेपुर-सबलगढ़ के लाेगाें की बढ़ेगी परेशानीः श्याेपुर और सबलगढ़ के लाेगाें के लिए नैराेगेज ट्रेन आवागमन का बड़ा साधन थी। जिसके जरिए कम किराए में लाेग ग्वालियर की यात्रा कर सकते थे। अक्सर साहलग के सीजन में खरीददारी के लिए आने वाले लाेग इसी ट्रेन से आवागमन करते थे। इस ट्रेन के बंद हाेने से अब लाेग पूरी तरह से सड़क यातायात पर निर्भर हाे जाएंगे। इसके लिए लाेगाें काे अब अधिक किराया भी चुकाना हाेगा।