राठौड़ का सरकार पर निशाना:बिजली कंपनियों की आर्थिक तंगी का असर डेढ़ करोड़ उपभोक्ता पर:

जयपुर वित्तीय संकट से घिरी प्रदेश की तीनों बिजली कंपनियों के ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस का बजट आधा करने को लेकर विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने गलत करार दिया हैं। एक बयान जारी कर कहा कि जयपुर, जोधपुर व अजमेर डिस्कॉम पर करीब 87 हजार करोड़ रुपए के वित्तीय घाटे से गहलोत सरकार के कुप्रबंधन का एक और काला चिट्ठा जनता के समक्ष उजागर हो गया है जिसका प्रभाव आर्थिक संकट से गुजरते प्रदेश के 1.53 करोड़ विद्युत उपभोक्ताओं की सेवाओं पर पड़ेगा।
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय में उदय योजना के अन्तर्गत ऐतिहासिक वित्तीय सुधार करते हुए 2017-18 में जयपुर, जोधपुर व अजमेर डिस्कॉम पर 60 हजार करोड़ रु. का कर्जा समायोजित किया था।लेकिन गहलोत सरकार के कुप्रबंधन के कारण ये बढ़कर आज 87 हजार करोड़ रुपये का हो गया है।
राठौड़ ने कहा कि कर्ज में डूबे राज्य के तीनों डिस्कॉम ने ऑपरेशन व मेंटेनेंस से जुड़े बजट जो पहले करीब 126 करोड़ था उसे घटाकर 63 करोड़ रुपये भले ही कर दिया है लेकिन मेंटनेंस का बजट आधा होने से विद्युत उपभोक्ताओं को मिलने वाली सेवाओं में कटौती होगी।
नए उपकरण व सामान नहीं खरीद पाने के कारण उनकी शिकायतों का समाधान नहीं होगा। फॉल्ट जल्दी नहीं सुधरेंगे तथा उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन मिलने में भी देरी जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। राज्य सरकार की ओर से हाल ही में अगस्त माह में बिजली बिलों में 800 रुपये प्रतिमाह फिक्स चार्ज में बढ़ोतरी और फ्यूल सरचार्ज के नाम पर 225 करोड़ रु का अतिरिक्त भार विद्युत उपभोक्ताओं पर लादते हुए कमर तोड़ने का कुकृत्य किया गया। अब डिस्कॉम पर भारी भरकम घाटे के करंट से जनता को हाईवोल्टेज झटका लगना तय है।