अच्छी खबर:जोधपुर संभाग के 9 रोडवेज डिपो में सर्वाधिक राजस्व प्राप्ति में चौथी बार प्रथम रहा बाड़मेर
बाड़मेर राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के रूट पर प्रदेश में निगम के 10 जोन के 52 डिपो का संचालित है। बाड़मेर रोडवेज बस डिपो के विभिन्न रूटों पर 65 बसें संचालित हैं। बाड़मेर डिपो के मुख्य प्रबंधक उमेश नागर के नेतृत्व में चालक-परिचालक एवं समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के कारण जोधपुर जोन में बाड़मेर डिपो 2021 में चार बार जनवरी, फरवरी, मार्च और जुलाई माह की राजस्व प्राप्ति में अव्वल रहा है। जुलाई 2021 में बाड़मेर डिपो ने प्रति वाहन प्रतिदिन 13320 रुपए आय प्राप्त की है।
साथ ही कुल 727657 किलोमीटर का सफर तय कर 21941254 रुपए का राजस्व प्राप्त किया है। इस सफलता को दिखते हुए जोधपुर जोन के 9 डिपो में से राजस्थान रोडवेज के एमडी ने जुलाई 2021 के लिए बाड़मेर डिपो के मुख्य प्रबंधक उमेश नागर को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य प्रबंधक उमेश नागर ने बताया कि इसके लिए जयपुर मुख्यालय से प्रति बस प्रतिदिन आय के आधार पर मूल्यांकन से जोन में डिपो को स्थान दिया जाता है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम का घाटा साल-दर-साल बढ़ रहा है। राज्य सरकार की ओर से हाल में शुरू की गई लोक परिवहन बस सेवा से रोडवेज यात्री भार में गिरावट आई है।
इसके बावजूद भी बाड़मेर डिपो के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से पिछले कई माह में डिपो ने राजस्व कमाई में बढ़ोतरी की है। जोधपुर जोन में बाड़मेर, जोधपुर, पाली, फलोदी, जालौर, आबूरोड, फालना, जैसलमेर और सिरोही डिपो शामिल है। 9 डिपो में से बाड़मेर वर्ष 2021 में सबसे अधिक बार प्रथम रहा है।
लोक परिवहन व निजी बसों से 25 लाख का नुकसान
रोडवेज परिवहन निरीक्षक गणपत सोलंकी ने बताया कि राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम का घाटा साल-दर-साल बढ़ रहा है। हर माह करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। गौरतलब है कि जुलाई 2016 में सभी जिलों में लोक परिवहन बस सेवा के तहत निजी बसों को परमिट जारी किए गए। इसके बाद रोडवेज के रूटों में निजी बसों का संचालन शुरू हुआ। रोडवेज के बाड़मेर सहित 52 डिपो के लिए लोक परिवहन बस सेवा चुनौती बन गई है। अकेले बाड़मेर डिपो में निजी बसें शुरू होने से रोडवेज को हर माह करीब 25 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है।
जोधपुर जोन के 9 डिपो में से बाड़मेर डिपो जनवरी, फरवरी, मार्च और जुलाई में प्रथम स्थान पर रहा है। यह सफलता चालक-परिचालक एवं समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से मिली है। डिपो के सहयोगियों की सहायता से मैं आगे भी बाड़मेर डिपो को संभाग स्तर पर प्रथम लाने का प्रयास करुंगा।
– उमेश नागर, मुख्य प्रबंधक, बाड़मेर