पुलिस जवान पर गोली मारकर फरार हुए गिरोह के तीसरे लुटेरो को भी पुलिस ने मैनपुरी के पास से पकड़ा
ग्वालियर । लूट करते समय पुलिस जवान के रोकने पर उसे गोली मारकर फरार हुए गिरोह के तीसरे लुटेरो को पुलिस ने मैनपुरी के पास से पकड़ा है। गिरोह के दो बदमाश पहले ही पकड़े जा चुके है। गिरोह का मास्टर माइंड यही है और पुलिस पर गोली भी इसने ही चलाई थी। इनके पकड़े जाने के बाद एक खुलासा और भी हुआ है।
दो से तीन वारदात करने के बाद यह लूट के माल को ठिकाने लगाकर अय्याशी करने के लिए राजस्थान के जयपुर, जोधपुर शहर में चले जाते थे। यहां महंगे क्लब, पब में बीयर पीना और मजे करना इनको अच्छा लगता था। पब में जाने से पहले ब्रांडेड जूते और कपड़े खरीदते थे। पकड़े गए तीसरे बदमाश से एक महीने पहले इन्द्रमणि नगर में चेन लूट का खुलासा हुआ है। पुलिस ने चेन भी बरामद कर ली है।
गोला का मंदिर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि लूट का विरोध करने पर आरक्षक को गोली मारने वाले बदमाश नितिन जादौन को क्षेत्र में रेलवे पटरी के पास देखा गया है। जिस पर पुलिस की तत्काल एक टीम बनाकर घेराबंदी की गई। पुलिस को देखकर बदमाश ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
पकड़े गए आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 14 अगस्त को उसने आकाश जादौन व केके सिकरवार के साथ तीन महिलाओं से पिस्टल अड़ाकर चेन लूटने का प्रयास किया था। गोला का मंदिर सूर्य मंदिर के पास जब वह एक महिला से लूट कर रहे थे तो महिला ने नकली बताकर चेन फेक दी थी, इस पर उसने हवाई फायर किया था।
इसी समय एक पुलिस जवान (अजय भदौरिया) वहां आकर हमें रोकने लगा खुद को बचाने के लिए उसके पैर में गोली मार दी थी। चाहते तो सीने पर भी मार सकते थे। जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह वारदात के बाद मजे करने के लिए राजस्थान के जयपुर, जोधपुर के लिए निकल जाते थे। पुलिस ने इसके गिरोह के 2 साथी कृष्णा उर्फ केके सिकरवार, आकाश जादौन को गिरफ्तार कर तीन लूट की वारदातों का खुलासा किया था।
इंद्रमणि नगर में हुई लूट का हुआ खुलासा
पुलिस की पकड़ में आने के बाद नितिन जादौन ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने अपने साथियों के साथ इन्द्रमणि नगर में एक महिला से चेन खींची थी। अगले दिन अखबार में पढ़ा था कि महिला का नाम सरिता था। पुलिस ने उससे लूटी गई चेन भी बरामद कर ली है। पुलिस अफसरों का मानना है कि पकड़े गए आरोपी से पूछताछ के बाद अन्य शहरों की लूट की वारदातों में सुराग मिल सकता है।