जयपुर पंचायत चुनाव में फिर उलटफेर:दूदू, कोटपूतली कांग्रेस से छीनी, विधायक बाबूलाल बहुमत के बाद भी नहीं बनवा पाए उप प्रधान; 22 में से 11 में कांग्रेसी और 10 में भाजपाई उप प्रधान
जयपुर पंचायत चुनावों में दूसरे दिन भी बड़ा उलटफेर देखने को मिला। एक दिन पहले जिला प्रमुख के चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को पटखनी दी थी। उप जिला प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस ने अपनी हार का बदला ले लिया। 22 पंचायत समितियों में से सबसे दिलचस्प चुनाव दूदू, पावटा और कोटपूतली का रहा। इन तीनों पर भाजपा ने बाजी मारी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थित निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर दूदू में बहुमत के बावजूद उप प्रधान नहीं बनवा सके, जबकि एक दिन पहले यहां कांग्रेस का प्रधान बना था।
राज्य निर्वाचन आयोग से जारी रिपोर्ट को देखें तो 22 पंचायत समितियों में से 11 पर कांग्रेस और 10 पर भाजपा ने अपना उप प्रधान बनाया है। मौजूमाबाद पंचायत समिति ऐसी रही, जहां समय पर कोई भी उम्मीदवार नामांकन करने नहीं पहुंच सका। इसके कारण यह सीट खाली रह गई। वहां 11.09 बजे भाजपा उम्मीदवार सुवालाल पहुंचे, लेकिन रिटर्निंग अधिकारी भूपेन्द्र यादव ने आवेदन लेने से मना कर दिया। अपनी रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को भेज दी। आवेदन नहीं लेने पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विरोध भी किया। प्रधान चुनाव में स्थिति देखें तो 22 में से 13 में कांग्रेस ने, जबकि 9 में भाजपा ने प्रधान बनाया था।
कोटपूतली में निर्दलीय को उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने जीती बाजी
कोटपूतली पंचायत समिति की बात करें तो यहां 27 सीट में से यहां भाजपा के 9, कांग्रेस के 8, निर्दलीय 7 और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के 3 उम्मीदवार जीते हैं। प्रधान का चुनाव हारने के बाद मंगलवार को उप प्रधान में भाजपा ने निर्दलीय उम्मीदवार मंजू देवी पर दांव खेला। कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार की जगह निर्दलीय पर ही दांव खेलना बेहतर समझा, लेकिन कांग्रेस का ये दांव कांग्रेस पर भारी पड़ गया। कांग्रेस की बीना देवी ने यहां बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा और कांग्रेस की हार में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा दो अन्य निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में रहे। यहां भाजपा प्रत्याशी मंजू देवी को 27 में से 13 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी माया को 9 वोट मिले।
पावटा में देखने को मिला दिलचस्प मुकाबला
पावटा पंचायत समिति में भी उप प्रधान का चुनाव दिलचस्प देखने को मिला। यहां भाजपा ने एक दिन पहले आरएलपी के सहयोग से अपना प्रधान बनाया था। मंगलवार को जब उप प्रधान का चुनाव हुआ, तब आरएलपी सदस्य को उम्मीदवार न बनाकर भाजपा ने राजेन्द्र सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इससे नाराज होकर आरएलपी सदस्य सुमन देवी ने निर्दलीय ही मैदान में हैं। यहां उन्हें कांग्रेस से सपोर्ट मिलने की पूरी उम्मीद थी। यहां भी कांग्रेस के कुछ जयचंदों ने धोखा दे दिया और क्रॉस वोटिंग करते हुए राजेन्द्र सिंह को 12 वोटों के अंतर से जीता दिया। इन चुनाव में राजेन्द्र सिंह को 17 वोट मिले, जबकि सुमन देवी को केवल 5 वोट, एक उम्मीदवार वोटिंग के लिए पहुंचा ही नहीं।
पंचायत समिति (कुल वार्ड) | कांग्रेस प्रत्याशी | बीजेपी प्रत्याशी | निर्दलीय | विजयी |
जालसू (25) | संतोष देवी | सुमन देवी | भाजपा | |
आमेर (23) | ओम प्रकाश मीणा | प्रदीप कुमार मीणा | भाजपा | |
कोटपूतली (27) | माया | मंजू देवी | भाजपा | |
विराट नगर (25) | कौशल्या देवी | नीरज टांक | कांग्रेस | |
पावटा (23) | – | राजेन्द्र सिंह | सुमन देवी | भाजपा |
शाहपुरा (23) | जगदीश प्रसाद मान | – | भीम सिंह, विक्रम कुमार | कांग्रेस |
झोटवाड़ा (17) | मीरा | मोहनलाल चौधरी | कांग्रेस | |
जोबनेर (17) | उर्मिला | पप्पू जाट | कांग्रेस | |
बस्सी (27) | सोनिया देवी | रिंकू | कांग्रेस | |
कोटखावदा (15) | भागीरथ गुर्जर | आशा चौधरी | भाजपा | |
तूंगा (17) | राजेन्द्र कुमार | संजू शर्मा | कांग्रेस | |
मौजमाबाद (17) | – | |||
जमवारामगढ़ (27) | विमला शर्मा | गुड्डी देवी शर्मा | कांग्रेस | |
आंधी (19) | पुष्पा देवी | भगवान सहाय शर्मा | कांग्रेस | |
चाकसू (15) | लाली देवी | प्रेम देवी | भाजपा | |
सांगानेर (15) | सुचित्रा देवी | राजेन्द्र शर्मा | कांग्रेस | |
माधोराजपुरा (15) | बाबूलाल | प्रभाती | संदीप कुमार जैन | भाजपा |
फागी (15) | मीरा देवी बैरवा | रणवीर सिंह | भाजपा | |
किशनगढ़-रेनवाल (19) | घासीलाल जाट | राजेन्द्र सिंह शेखावत | कांग्रेस | |
सांभरलेक (19) | मोहनी देवी | नेमीचंद कुमावत | कांग्रेस | |
दूदू (15) | श्योजी | कैलाश चंद जाट | भाजपा | |
गोविंदगढ़ (31) | गोपाल गुलिया | कमला देवी | भाजपा |