राहत:दक्षिणी राजस्थान व बंगाल की खाड़ी में एक साथ लो-प्रेशर एरिया; बीकानेर पानी-पानी

अब तक सूखे के हालात झेल रहे शहर में दक्षिणी राजस्थान और बंगाल की खाड़ी में एक साथ बने दाे अलग-अलग कम दबाव के क्षेत्र ने जमकर पानी बरसाया। जिले के उन-उन इलाकाें में मूसलाधार बारिश हुई जहां अब तक सबसे कम बादल बरसे। बीकानेर शहर में मूसलाधार बारिश हुई।
जूनागढ़ से लेकर नगर निगम तक सड़क तालाब में बदल गई। कई घंटे तक यहां वाहनाें का आवागमन थम गया। साेमवार काे शहर में मानसून की तीसरी बड़ी बारिश से लाेग तरबतर हाे गए। साेमवार सुबह सात बजे ही फुहाराें से दिन की शुरुआत हुई।
दिन में बादलाें की आवाजाही लगी रही। चार बजे से बादल गरजने शुरू हुए और शाम पांच बजे बूंदाबांदी से शुरुआत हुई और देखते ही देखते बारिश मूसलाधार में तब्दील हाे गई। बारिश थमने के बाद नाला-नाले उफान पर आ गए।
नगर निगम के सामने की राेड दरिया बन गई। गजनेर राेड ओवरब्रिज से लेकर श्रीगंगानगर चाैराहे की राेड भी पानी से लबालब रही। वाहनाें की लंबी कतार की वजह से जाम लग गया। निचले इलाकाें में हालांकि नुकसान की खबर ताे नहीं है लेकिन कुछ घराें में पानी जरूर घुस गया।
शनिवार से ज्यादा बारिश, 12.5 एमएम ही दर्ज
एक सप्ताह की बारिश ने सारा घाटा खत्म करते हुए बीकानेर काे सामान्य श्रेणी में ला दिया। साेमवार की शाम की बारिश काे छाेड़कर 200.3 एमएम बारिश हुई। जबकि औसत बारिश 217 एमएम है। साेमवार की बारिश का आंकड़ा मंगलवार काे माैसम विभाग जारी करेगा। मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्थित मौसम विभाग के केन्द्र पर 12.5 एमएम ही बारिश दर्ज हुई। जबकि शनिवार से ज्यादा बारिश हुई।
पानी से घिरे गांव
श्रीडूंगरगढ़ में 200 घरों में घुसा पानी श्रीडूंगरगढ़ में एक घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश से निचले इलाके के 200 घराें में पानी घुस गया। लाेगाें काे सामान समेटना पड़ा। इसी तरह केसरदेसर भूरान, नापासर, बिग्गा, शेरेरां, लालमदेसर, जसरासर, पांचू और पूगल में भी जाेरदार बारिश हुई।
आगे क्या
7 दिन और बारिश की संभावना
मूसलाधार बारिश की संभावना ताे कम है लेकिन हल्की से मध्यम बारिश के आसार आने वाले सात दिन तक बने रहेंगे। 19 के आसपास फिर से हल्की बारिश के हालात बनेंगे। माैसम विभाग ने आने वाले पांच दिन तक बारिश की संभावना जताई है।