मानसूनी सितंबर:तवा बांध के 7 गेटों से छोड़ रहे 61,691* क्यूसेक पानी, 8 घंटे बाद 5 फीट बढ़ा नर्मदा का जलस्तर
होशंगाबाद दो दिन से हो रही अच्छी बारिश बुधवार रात तक जारी रही। दिन में भी करीब डेढ़ घंटे अच्छी बारिश हुई। कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश के कारण तवा बांध के 7 गेटों से 61 हजार 691 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध का जलस्तर 1165.90 फीट पर पहुंचने के बाद सुबह गेट और खोल दिए गए। तवा बांध से छोड़े पानी के कारण 8 घंटे बाद नर्मदा का जलस्तर 5 फीट बढ़ा। एक दिन पहले जलस्तर 936 फीट पर था। बुधवार रात 10 बजे जलस्तर 941 फीट पर अा गया है। नर्मदा का खतरे का जलस्तर 964 फीट है। यानी अभी 23 फीट पानी नर्मदा में कम है। प्रशासन नर्मदा और तवा बांध के जलस्तर पर नजर बनाए हैं।
पिछले साल 33 बार खुले थे गेट
2020 के मानसून सीजन के दाैरान करीब 33 बार तवा डेम के गेट पूरे खाेले गए थे। पिछले 3 सालाें में पहली बार 15 सितंबर काे छाेड़ा तवा बांध से पानी, पिछले साल से 24 दिन लेट गेट खुले हैं। तवा परियोजना के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आईडी कुमरे ने कहा बांध सितंबर के पहले पखवाड़े में लबालब हो गया है। तवा बांध के 13 गेट हैं। गेट खुलने पर धुआंधार जलप्रपात का दृश्य देखने सुबह से लोग तवानगर पहुंच रहे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से इटारसी, केसला, पथरौटा, रामपुर थाने से पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
बुधवार रात 8 बजे तेज बारिश, करीब एक इंच गिरा पानी
होशंगाबाद शहर में मंगलवार रात से बुधवार दोपहर तक रुक-रुककर बारिश होती रही। रात 8 बजे के बाद जोरदार बारिश हुई। मीनाक्षी चौक से नर्मदा कॉलेज रोड पर पानी भरा गया। बुधवार होशंगाबाद में करीब एक इंच बारिश दर्ज की गई। माैसम सहायक वीएस यादव ने बताया कि अगले तीन दिनाें तक जिले में अच्छी बारिश की संभावना है। इसके बाद 17 सितंबर के बाद बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए सिस्टम के कारण भी तीन से चार दिनाें तक जोरदार बारिश की संभावना व्यक्त की जा रही है।
किसानाें काे राहत, धान काे फायदा
माैसम में नमी और पिछले तीन दिनाें से हाे रही बारिश के बाद किसानाें काे राहत है। अगस्त में बारिश नहीं हाेने के चलते धान की फसल में बीमारियाें का प्रकाेप बढ़ गया था। अब बारिश के बाद खेताें में काफी नमी बनी है। धान की फसल काे लाभ पहुंचा है।
अब तक 37.11 इंच बारिश हुई
माैसम विभाग के मुताबिक उत्तर-पूर्वी मप्र और समीपवर्ती क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बना है। अगले 48 घंटे में तेज बारिश का अनुमान है। अब तक 37.11 इंच ही बारिश दर्ज हुई है। जबकि औसत बारिश 53 इंच है। यानी औसत से 21.22 इंच कम बारिश हुई है।
काॅलाेनियाें में भरा पानी, आवागमन बाधित
शहर में बारिश के बाद कई काॅलाेनियाें की सड़काें पर पानी भर गया। मारूति नगर, मालाखेड़ी, नवाेदय नगर, ग्वालटाेली और हलवाई चाैक की सड़काें पर पानी भरने से लाेगाें काे दिक्कताें का सामना करना पड़ा। नवाेदय नगर निवासी सुखदयाल बावरिया ने बताया उनकी काॅलाेनी के पीछे की ओर नई काॅलाेनी में निर्माण कार्य चल रहा है। यहां एक नाली का निर्माण हुआ है, जिसके कारण बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा है। अब से पहले यहां पानी नहीं भरता था। वहीं मारूति नगर के लाेगाें ने बताया कि काॅलाेनी की सड़क के किनारे पर मलबा फेंक दिया गया है। इसके कारण पानी की निकासी नहीं हाे रही है। ग्वालटाेली में भी नालियाें का पानी सड़काें पर आने से लाेगाें काे परेशानी उठानी पड़ रही है।
तवा डेम के बैक वाटर से सुखतवा नदी लबालब
सुखतवा| मंगलवार रात 11:30 बजे तेज बिजली कड़कने के साथ बारिश शुरू हुई जो आधे घंटे तक चलती रही। इसके बाद रात 3 बजे तक रिमझिम बारिश होती रही। बुधवार सुबह फुहारों के साथ धूप निकली और दोपहर तक रही शाम को बादलों ने फिर डेरा जमा लिया। शाम 6 बजे से बारिश शुरू हो गई। इससे सुखतवा नदी में तवा डेम के बैक वाटर से नदी लबालब हो गई। बारिश में दिन भर बिजली का आना जाना लगा रहा।