पश्चिमी राजस्थान में कहीं तेज और कहीं रिमझिम बारिश के बाद मौसम सुहाना हुआ, पानी को तरस रही फसलों को जीवनदान मिला

बीकानेर अब तक मानसून से नाउम्मीद रहे पश्चिमी राजस्थान में पिछले दो दिन से हाे रही रिमझिम बारिश ने फसलों को जीवनदान देने का काम किया है। सिंचित और असिंचित दोनों ही क्षेत्रों के किसान को पानी का बेसब्री से इंतजार था। मानसून की मेहरबानी विलंब से होने के कारण उन्हीं किसानों को लाभ मिल सकेगा, जो बुवाई कर चुके हैं क्योंकि नई बुवाई अब नहीं हो रही। उधर, बारिश के साथ ही तापमान में भारी गिरावट हुई है। तीन दिन पहले जहां चालीस डिग्री तापमान था, वहीं अब 35 डिग्री तक पहुंच गया है।

बीकानेर में मंगलवार शाम से रिमझिम का जो सिलसिला शुरू हुआ, वो मध्य रात्रि तक अनवरत जारी रहा। रिमझिम से ही बीकानेर में तेरह एमएम से ज्यादा बारिश हो गई। इसी के साथ बीकानेर ने सामान्य से ज्यादा बारिश का आंकड़ा भी छू लिया है। अब तक बीकानेर में 225 एमएम बारिश हो चुकी है जबकि पिछले साल ये 219 एमएम ही थी। न सिर्फ बीकानेर बल्कि जैसलमेर से बीकानेर तक के पूरे बेल्ट में अच्छी बारिश हो गई है। जैसलमेर के नोख में तो 130 एमएम बारिश दर्ज की गई है। यहां तेज बारिश का सिलसिला काफी देर तक चला। बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी अच्छी बारिश हुई है। नोखा के कई गांवों में गलियों से नाले बहते नजर आए तो नोखा कस्बा भी पूरी तरह तरबतर रहा।

इन जिलों में हुई बारिश
पिछले 24 घंटों में राज्य के अधिकतर भागों में मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। सिरोही, उदयपुर, भीलवाड़ा, जैसलमेर, जालौर, बीकानेर, जोधपुर और बाड़मेर जिलों में कहीं-कहीं भारी व एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश 110 एमएम माउंट आबू तहसील में जबकि पश्चिमी राजस्थान में 130 एमएम नोख, जैसलमेर में दर्ज की गई है।
पूर्वी राजस्थान के अधिकतर भागों में आगामी एक सप्ताह के दौरान मानसून की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर संभाग के अधिकतर भागों में 22-23 सितंबर को मेघगर्जन के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। 24 सितंबर से पश्चिमी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में कमी होने के आसार है।