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पहले सात बार कामयाब रहा है परीक्षण, 5000 किलोमीटर तक मार कर सकती है, चीन इसकी रेंज में

भारत 23 सितंबर यानी आज अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण करने वाला है। यह मिसाइल न्यूक्लियर वॉरहेड ले जाने में सक्षम है और इसकी रेंज 5000 किमी तक है। यह अग्नि मिसाइल का 8वां परीक्षण होगा। इससे पहले के सभी टेस्ट सफल रहे हैं।

इस मिसाइल टेस्ट की खबरों से चीन घबराया हुआ है। दरअसल चीन के कई शहर इसकी रेंज में आते हैं। इस मिसाइल के सेना में शामिल होने के बाद भारत दुनिया के उन एलीट देशों में शामिल हो जाएगा, जिनके पास न्यूक्लियर हथियारों से लैस इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है।

2008 में शुरू हुआ डेवलपमेंट

भारत के डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने 2008 में अग्नि-5 पर काम शुरू किया था। DRDO के रिसर्च सेंटर इमारत (RCI), एडवांस्ड सिस्टम लैबोरेटरी (ASL), और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैबोरेटरी (DRDL) ने मिलकर इसे तैयार किया। इसे पहले अग्नि-3+ नाम दिया गया था, लेकिन 2010 में इसे अग्नि-10 नाम दिया गया।

अप्रैल 2018 में अग्नि-5 का पहला टेस्ट किया गया। मिसाइल रेल मोबाइल सिस्टम से लॉन्च की गई।

पहला परीक्षण रेल मोबाइल लॉन्चर से किया गया
19 अप्रैल 2012 को उड़ीसा में इसका पहला टेस्ट किया गया था, जो सफल रहा था। यह परीक्षण रेल मोबाइल लॉन्चर से किया गया। इसके बाद जनवरी 2015 में मिसाइल का पहला कैनिस्टर टेस्ट किया गया था। तब मिसाइल को रोड मोबाइल लॉन्चर से लॉन्च किया गया था। 10 दिसंबर 2018 को मिसाइल का आखिरी टेस्ट किया गया। खास बात ये है कि अब तक मिसाइल के 7 टेस्ट किए जा चुके हैं, सभी सफल रहे हैं। अग्नि-5 को 2020 में ही सेना में शामिल करने की तैयारी थी, लेकिन कोरोना की वजह से टेस्ट में देरी हो गई।

ICBM वाला 8वां देश होगा भारत
फिलहाल दुनिया के मुट्ठीभर देशों के पास ही इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) हैं। इनमें रूस, अमेरिका, चीन, फ्रांस, इजराइल, ब्रिटेन,चीन और उत्तर कोरिया शामिल हैं। भारत इस ताकत से लैस होने वाला दुनिया का 8वां देश होगा।

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