आयशर ग्रुप ने कोविड-19 महामारी से लड़ने में सहयोग का संकल्प लिया
दिल्ली, 10 अप्रैल 2020: रॉयल एनफील्ड (आयशर मोटर्स लिमिटेड की एक इकाई) और वीई कॉमर्शियल व्हीकल्स (वोल्वो ग्रुप और आयशर मोटर्स लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उपक्रम) वाले आयशर ग्रुप ने भारत में कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप के कारण उत्पन्न हुए इस अप्रत्याशित संकट में सहायता के लिये अपनी प्रतिबद्धता और योगदान का संकल्प लिया है। आयशर ग्रुप ने विभिन्न आवश्यक राहत और सहयोग उपायों और समर्पित कोविड-19 देखभाल सुविधाओं के लिये 50 करोड़ रू. की शुरूआती सीएसआर राशि की घोषणा की है, ताकि इस महामारी के प्रभाव से निपटा जा सके। यह धनराशि की शुरूआती वचनबद्धता है, जबकि आयशर ग्रुप स्थिति का मूल्यांकन जारी रखेगा और आगामी महीनों में इस खर्च को बढ़ाएगा, ताकि सहयोग स्थापित हो और महामारी के बाद दीर्घकालिक पुनर्वास हो सके।
तात्कालिक और नजदीकी समय की जरूरतों का विस्तृत मूल्यांकन करने के बाद आयशर ग्रुप निम्नलिखित क्षेत्रों में राहत की पहलों के लिये शुरूआत में 50 करोड़ रू. देगाः
- ग्रुप देश के कई राज्यों के भागों में वंचित और जरूरतमंद स्थानीय समुदायों के लिये भोजन, स्वच्छता सामग्री और स्वच्छता सुविधाओं की स्थापना के लिये काम करेगा। इसके लिये ग्रुप ने प्रतिष्ठित एनजीओ के साथ भागीदारी की है, ताकि जरूरतों को समझा जा सके और जरूरतमंदों को सहयोग दिया जा सके
- धनराशि के एक हिस्से का उपयोग चेन्नई में अंतरिम अवधि के लिये सरकारी अस्पतालों के चिकित्सा कर्मियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण खरीदकर वितरित करने में होगा, जब तक कि सरकारी मुख्तारी और आपूर्ति स्थिर न हो
- आयशर ग्रुप संगरोधन क्षेत्रों और मरीजों की देखभाल के लिये उपकरण समेत समर्पित कोविड-19 स्पेशियल्टी वार्ड्स बनाने के लिये चयनित सरकारी और निजी अस्पतालों के साथ काम करते हुए स्वास्थ्यरक्षा सहयोग की वृद्धि की दिशा में काम करेगा
- धनराशि ट्रक चालकों, भोजन एवं स्वच्छता आपूर्ति और कोविड-19 हेल्थकेयर टेस्टिंग किट्स समेत, के सहयोग और राहत उपायों हेतु भी दी जाएगी
- ग्रुप के कर्मचारी सरकारी राहत कोष में योगदान देना शुरू कर चुके हैं। इसके अलावा, आयशर ग्रुप पीएम केयर फंड के साथ तमिलनाडु और मध्यप्रदेश के राहत कोषों में भी योगदान देगा
आयशर गुप वेंटिलैटर्स समेत जरूरी मेडिकल उपकरण एवं आपूर्ति के उत्पादन को सहयोग देने हेतु विभिन्न सरकारी संगठनों के साथ बात कर रहा है। इसमें चिकित्सा उपकरण के पुर्जे तेजी से बनाने के लिये 3-डी प्रिंटिंग जैसी नये युग की प्रौद्योगिकियों का उपयोग शामिल है।
यह पहलें तत्काल हो रही हैं, जबकि मध्यम और लंबी अवधि में क्षतिपूर्ति और पुनर्वास के प्रयासों की घोर आवश्यकता है। इसके लिये, आयशर ग्रुप कोविड-19 के बाद प्रभावित श्रमिकों के पुनर्वास हेतु आजीविका प्रशिक्षण और पुनःकुशलता (रिस्किलिंग) पहलों पर काम करेगा, ताकि उनकी रोजगारशीलता बढ़े।