दूसरे राज्यों के प्रभारी रहे राजस्थान के नेताओं का प्रदर्शन:गहलोत ही रहे कुछ हद तक कामयाब; सीपी, मोहन व भंवर नहीं लगा सके नैया पार
जयपुर मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों के बीच कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारियों से नवाज रहा है। प्रदेश प्रभारी अजय माकन के फीडबैक के बीच राज्य के कई नेता संगठन में जाने की इच्छा जता चुके हैं और इसके नतीजे अब दिखाई भी देने लगे हैं। चर्चा है कि इसी कड़ी में गुजरात प्रभारी पद डॉ. रघु शर्मा और पंजाब की कमान हरीश चौधरी को सौंपे जाने के बाद अब कुछ और नेताओं को भी पार्टी संगठन या फिर आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए राज्यों में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश के वरिष्ठ एवं प्रमुख नेताओं को चुनावों में बड़ी जिम्मेदारियां तो दी, लेकिन रणनीतिक तौर पर सिर्फ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही कुछ हद तक सफल कहे जा सकते हैं। क्योंकि, पिछले आठ-दस साल में प्रभारी बनाए गए कांग्रेस नेताओं का ट्रैक रिकॉर्ड तो यही कह रहा है।
इससे पहले डॉ. सीपी जोशी व मोहन प्रकाश के पास बड़ी जिम्मेदारियां रही, लेकिन पार्टी को सफलता नहीं दिला सके। हाल ही में असम में कांग्रेस एक बार फिर विधानसभा चुनाव हार गई। इस चुनाव में भंवर जितेंद्र सिंह वहां के प्रभारी थे, जिन्हें अब यूपी में स्क्रीनिंग कमेटी की कमान सौंपी गई। वहां पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के सहयोगी के तौर पर धीरज गुर्जर और जुबेर खान पहले से डंटे हुए हैं।
राजस्थान से दूसरे राज्यों में बनाए प्रभारियों का ट्रैक रिकॉर्ड
गहलोत : अशोक गहलोत को अक्टूबर, 2016 में स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया गया। यहां पर हरीश चौधरी सचिव थे। पंजाब में कांग्रेस का बनवास खत्म हुआ और पार्टी ने सत्ता में वापसी की। इसके बाद गहलोत को गुजरात का प्रभारी महासचिव बनाया गया। गहलोत ने पहले पार्टी में टूट के बावजूद अहमद पटेल को राज्यसभा चुनाव जितवाने में सफलता दिलाई। फिर विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को कड़ी टक्कर दी, लेकिन कांग्रेस चुनाव हार गई थी।
भंवर जितेंद्र सिंह
असम में विधानसभा चुनाव से पहले जून, 2020 में ओडीशा प्रभारी भंवर जितेंद्र को प्रमोट कर महासचिव बनाया गया। उन्हें असम का प्रभारी बनाया गया। लेकिन, पार्टी वहां फिर से सत्ता हासिल नहीं कर सकी। अब उन्हें यूपी में स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। कांग्रेस को यहां से बड़ी उम्मीद है।
डॉ. सी.पी. जोशी
केंद्रीय कैबिनेट से जून, 2013 में संगठन में लाए गए सीपी जोशी को महासचिव बनाया गया। पूर्वात्तर राज्यों असम, बिहार, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार के प्रभारी बनाए गए। एक मौका ऐसा भी आया जब पूर्वोतर के सभी राज्यों का प्रभार उनके पास आ गया। लेकिन, इन राज्यों में पार्टी को मजबूती नहीं दिला सके।
मोहन प्रकाश
जून, 2013 में ही मोहन प्रकाश को प्रमोट कर महासचिव बनाया गया। मीडिया के सामने बड़ी बेबाकी से पार्टी की बात रखने वाले मोहन प्रकाश को मध्यप्रदेश तथा महाराष्ट्र का प्रभारी बनाया गया था। लेकिन न मध्य प्रदेश न ही महाराष्ट्र में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा। वर्तमान में उन्हें फिर से कोई बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा है।
इनको भी मिली संगठन में बड़ी जिम्मेदारियां
महासचिव : भंवर जितेंद्र सिंह। ऑल इंडिया कांग्रेस: महेंद्रजीत मालवीय , कांता भील मैंबर। सीडब्ल्यूसी : रघुवीर मीणा। सचिव : धीरज गुजर-यूपी, जुबेर खान-यूपी, कुलदीप इंदौरा-एपमी। इंचार्ज : हरीश चौधरी पंजाब एवं चंडीगढ़, डा. रघु शर्मा गुजरात।