हेल्थ न्यूज:लकवा रोगियों का बनेगा ब्योरा, ताकि पॉलिसी बनाई जा सके
बीकानेर लकवाग्रस्त मरीजों का अब डेटा तैयार किया जाएगा, ताकि उन्हें लेकर पॉलिसी तैयार करवाई जा सके। विश्व लकवा दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजी विभाग के तत्वावधान में सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल डॉ. मुकेश आर्य ने लकवा रोग से संबंधित दो रिसर्च प्रोग्राम का उद्घाटन किया।
पहले रिसर्च प्रोग्राम नेशनल स्ट्रोक रजिस्ट्री में पांच साल तक अभियान चलाया जाएगा। इसमें लकवाग्रस्त सभी भर्ती मरीजों के बारे में जानकारी एकत्रित की जाएगी। एनसी डीआईआर बंगलुरू इस संबंध में प्रतिवर्ष पांच लाख रुपए मेडिकल कॉलेज को देगा। वहीं दूसरे रिसर्च प्रोग्राम इम्पैक्ट स्ट्रोक रिसर्च प्रोजेक्ट के तहत एम्स दिल्ली की टीम स्थानीय डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ को लकवा ग्रस्त मरीजों की देखभाल के बारे में बताएंगे।
कार्यक्रम में महेन्द्र सिंह सिसोदिया तथा डॉ. इन्द्रपुरी ने बताया कि लकवा रोग को अनदेखा नहीं करें, इसके लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इस अवसर पर डॉ. अभिषेक कोचर, डॉ. जगदीश कूकणा ने लकवा रोग से बचने के उपाय बताए। वहीं डॉ. एलए गौरी तथा डॉ. बीके गुप्ता ने लकवा क्विज प्रतियोगिता के विजेताओं का हौसला बढ़ाया।