प्रशासन गांवाें के संग:प्रदेश में अब तक बांटे 3 लाख 767 से अधिक पट्टे, मंत्री धारीवाल के गृह जिले कोटा में सबसे ज्यादा 9,881 पट्टों का वितरण
जयपुर राज्य सरकार की ओर से 2 अक्टूबर से शुरू किए गए प्रशासन गांवों के संग अभियान में अब तक 4 हजार 845 ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजित कर 3 लाख 767 से अधिक पट्टों का वितरण किया गया है। अभियान के दौरान प्रदेश में कोटा 9 हजार 881 पट्टों का वितरण कर अग्रणी जिला रहा है। यहां पट्टा आवेदन का निस्तारण 99.50 प्रतिशत रहा है। इसी प्रकार अन्य जिलों जैसलमेर, बून्दी, नागौर एवं बारां में 98 प्रतिशत से अधिक पट्टा आवेदन पत्रों का निस्तारण किया जा चुका है। अन्य जिलों में भी पट्टा वितरण का काम काफी तेजी से संपादित किया जा रहा है।
आवास का सपना होगा साकार : 9 हजार 594 भूखंड किए आवंटित
प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत नियम 158 में बीपीएल परिवारों एवं गडरिया भेड़ पालकांे को 9 हजार 594 भूखण्ड आवंटित किये गए हैं। इसी तरह घुमन्तू, अर्द्धघुमन्तू भेड़ पालकों को 1417 भूखंड आवंटित कर राहत प्रदान की गई है। आवासहीन परिवारों को भी 8 हजार 332 भूखण्ड आवंटित किए गए। इससे बरसों से अपने आवास का सपना देख रहे लोगों को बड़ा संबल मिला है।
7316 हैंडपंप व ट्यूबवैल दुरुस्त
अभियान के दौरान गांवों में रोजमर्रा की समस्याओं को भी प्राथमिकता के साथ हल किया जा रहा है। आमजन को पेयजल की सुचारू आपूर्ति हो सके। इसे देखते हुए जनता जल योजना के अलावा सिंगल फेस के ट्यूबवैल एवं हैंडपंप को दुरूस्त करवाया गया है। इनमें 962 सिंगल फेस के ट्यूबवैल एवं 6 हजार 354 हैंडपंप शामिल हैं।
स्वच्छ भारत मिशन: 34,606 परिवारों को 41.52 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया
प्रशासन गांवों के संग अभियान के अभियान के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के तहत 34 हजार 606 परिवार को शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि के रूप में 41.52 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। अभियान के दौरान नागौर जिले में सर्वाधिक 4 करोड़, जालौर में 3.58, बीकानेर में 3.37, जोधपुर में 3.49 एवं जयपुर में 2.80 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।
जन्म एवं मृत्यु के 1,17,936 प्रमाण पत्र जारी किए गए
शिविरों के दौरान लोगों को आवश्यक प्रमाण-पत्र भी तत्परता के साथ जारी किए जा रहे हैं। अब तक जन्म एवं मृत्यु के 1 लाख 17 हजार 936 प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। सर्वाधिक प्रमाण पत्र नागौर जिले में 52 हजार 134 जारी किए गए हैं।