बाधा बन रहे सख्त नियम दूर करने का प्रस्ताव तैयार:2000 मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों के लिए नल कनेक्शन की राह खुलेगी
जयपुर जगतपुरा की 20 कॉलोनियों में बनी 2000 से ज्यादा मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों में पेयजल कनेक्शन नहीं हैं। जलदाय विभाग ने 410 करोड़ रुपए खर्च कर पंप हाउस बनाकर पाइपलाइन भी डाल दी लेकिन सख्त नियमों के कारण 20 हजार फ्लैट-धारकों को कनेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं।
लोगों की समस्या के बाद विभाग के एसीई मनीष बेनीवाल व एसई नितिन जैन टेक्निकल व फिजिकल दिक्कत, उनके समाधान का प्रस्ताव बना कर सरकार को भिजवा रहे हैं ताकि दो साल पहले के सर्कुलर में संशोधन हो सके। वेस्ट वाटर रिसाइकिल प्लांट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट और 15 मीटर से ज्यादा ऊंचाई वाली मल्टीस्टोरी को राहत दी जा सकती है।
फिर लोगों को बीसलपुर बांध का पानी मिल सकेगा। विभाग के अधीक्षण अभियंता नितिन जैन का कहना है कि जगतपुरा क्षेत्र में मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों के फ्लैट-धारियों को पेयजल कनेक्शन की दिक्कत के समाधान के लिए सरकार को प्रस्ताव भेज रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को पेयजल कनेक्शन मिल सकें।
15 मीटर से ऊंची बिल्डिंग में एक कनेक्शन
नवंबर-2016 के सर्कुलर में 15 मीटर तक ऊंची बिल्डिंग में फ्लैट खरीदने वाले कनेक्शन ले सकते हैं लेकिन इससे ज्यादा ऊंची बिल्डिंग में एक कनेक्शन का प्रावधान है। यह हाउसिंग सोसायटी या निवास कल्याण संघ के नाम दिया जाता है। इसके लिए बिल्डिंग मालिक, बिल्डर, निवास कल्याण संघ को भूतल पर टैंक बनवाना पड़ता है। संघ को हर फ्लैट से पानी बिल का कलेक्शन कर विभाग में जमा करवाना होगा। पहले से बनी बिल्डिंगों के कुछ फ्लैट खाली हैं। डिमांड राशि जमा नहीं होने से कनेक्शन नहीं हो रहे हैं।
टैंकर से खरीदना पड़ता है पानी
जगतपुरा व आसपास के इलाके की मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों को पानी कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में जनता को प्राइवेट टैंकरों व ट्यूबवेल से पानी खरीदना पड़ रहा है। इस इलाके में भूजल में फ्लोराइड व नाइट्रेट की दिक्कत भी है।