भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या 12380 के पार
भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 12,380 हो गई है। इसमें 10,477 सक्रिय मामले और वहीं, 1489 ऐसे केस हैं, जिनमें संक्रमित व्यक्ति पूरी तरह से ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से देशभर में 414 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु ऐसे राज्य हैं, जहां तेजी से कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं। यहां संक्रमित लोगों का आंकड़ा 2916 पहुंच गया है, वहीं 187 लोगों की मौत हो चुकी है। हांलाकि, 295 लोग इस जानलेवा संक्रमण से ठीक भी हो चुके हैं। तेजी से बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कई हॉटस्पॉट क्षेत्रों में पाबंदियां बढ़ा दी हैं। इस बीच देश में भी लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया है। ऐसे में आने वाले दिनों में हालात सामान्य होने की उम्मीद है।
दूसरे स्थान पर देश की राजधानी दिल्ली हैं, जहां निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों की वजह से संक्रमित लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली में अब तक 1578 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, 32 लोगों की मौत भी हो चुकी है। दिल्ली सरकार ने मॉडल टाउन के पुलिस कॉलोनी क्षेत्र को भी कंटेनमेंन ज़ोन घोषित कर दिया है। इस तरह दिल्ली में कंटेनमेंन ज़ोन की संख्या बढ़कर 56 हो गई है।
इधर, राजस्थान और तमिलनाडु में भी संक्रमितों का आंकड़ा 1000 के पार पहुंच गया है। राजस्थान में 1023 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 3 लोगों की मौत हुई है। वहीं, तमिलनाडु में संक्रमित लोगों का आंकड़ा 1242 पहुंच गया है। हालांकि, 118 लोग ठीक भी हो चुके हैं और 14 लोगों की मौत हुई है।
इसके अलावा मध्यप्रदेश में 987, गुजरात में 766, उत्तर प्रदेश में 735, तेलंगाना में 647 और आंध्र प्रदेश में 525 मामले सामने आ चुके हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अभी तक कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज देश में नहीं आई है। स्थिति काबू में है और जल्द ही टेस्ट की रफ्तार और तेज की जाएगी।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बुधवार को कहा, ‘कोविड-19 वैक्सीन एकमात्र ऐसी चीज हो सकती है, जो ‘सामान्य स्थिति’ ला सकती है। एक सुरक्षित और प्रभावी टीका एकमात्र उपकरण हो सकता है, जो दुनिया को ‘सामान्यता’ की भावना के साथ लौटा सकता है। यही एक जरिया है, जिससे लाखों लोगों की जान और डॉलर के अनगिनत खरबों की बचत हो सकती है।’ उन्होंने अफ्रीकी देशों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान ये बात कही।