फेरबदल के बाद गहलोत मंत्रिपरिषद की पहली बैठक कल:सरकार की तीसरी वर्षगांठ की होगी तैयारी, नए मंत्रियों को मिलेगा नया टास्क
जयपुर राजस्थान की गहलोत सरकार में मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाद मंत्रिपरिषद की पहली बैठक बुधवार को होगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में यह बैठक शाम 4 बजे सीएम निवास पर होगी। सभी राज्य मंत्रियों को किसी न किसी विभाग का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। ऐसे में अब कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की अलग-अलग बैठकें नहीं होंगी। अब से मंत्रिपरिषद की ही बैठक होगी। बैठक में नए मंत्रियों को नए टास्क दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि कैबिनेट की मीटिंग में मंत्रियों को कॉर्डिनेशन के साथ काम करने की सलाह दी जाएगी। उनके विभागों के वर्क प्लान पर चर्चा होगी। 17 दिसम्बर को प्रदेश सरकार अपने 3 साल पूरे करने जा रही है। तीसरी वर्षगांठ के कार्यक्रम सभी जिलों में होंगे। जिसकी तैयारियों को लेकर मंत्रियों से चर्चा होगी। जनता के बीच सरकार की उपलब्धियां गिनाने पर चर्चा होगी।
इन्वेस्टमेंट समिट,जन घोषणा पत्र के वादे पूरा करने पर जोर
गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल के बाद होने जा रही इस मंत्रिपरिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। पानी,बिजली,सड़क और इंफ्रास्ट्रक्चर,सिंचाई,मेडिकल एंड हेल्थ,शिक्षा,इंडस्ट्री,पावर सेक्टर के साथ ही सोशल जस्टिस डिपार्टमेंट के जरिए बड़े प्रोजेक्ट्स और कामों को लेकर गहलोत अब तेजी से काम करना चाहते हैं। ताकि आम जनता को विकास दिखाया जा सके। जन घोषणा पत्र के अधूरे वादे समय पर पूरे करना सरकार के लिए चुनौती है। उन्हें अगले एक साल में ही पूरे करने पर सरकार का जोर है। ताकि कार्यकाल के आखिरी साल में जब सरकार चुनाव मोड में आएगी,तो उन कामों को जनता के बीच ले जाया जा सके। जनवरी 2022 में इन्वेस्टमेंट राजस्थान समिट जयपुर में होने जा रही है। निवेश होने के लिए सभी मंत्रियों को संबंधित विभागों में नए सिरे से एक्सरसाइज करने को कहा जाएगा। प्रशासन शहरों और गांवों के संग अभियान की मॉनिटरिंग और निरीक्षण कर काम में तेजी लाने, नियमित तौर पर जन सुनवाई करने को कहा जाएगा।
17 दिसम्बर को सरकार के तीन साल के कार्यक्रमों की तैयारी
17 दिसम्बर को राज्य की कांग्रेस सरकार 3 साल पूरे करने जा रही है। ऐसे में मंत्रियों को उनके विभागों की उपलब्धियां जनता के सामने लेकर जाने के निर्देश दिए जाएंगे। साथ ही सभी मंत्रियों को जल्द ही जिलों के प्रभार देकर उन जिलों और विधानसभा क्षेत्रों के जिला मुख्यालयों पर सरकार की वर्षगांठ के कार्यक्रम करने को कहा जाएगा। गांव-ढाणी तक सरकारी जन कल्याण की योजनाओं का प्रचार किया जाएगा।
नए मंत्रियों को मिलेंगे नए टास्क,विधायकों की नाराजगी दूर करने पर फोकस
मुख्यमंत्री गहलोत सभी मंत्रियों को आपसी कॉर्डिनेशन और टीम वर्क के साथ काम करने के लिए कहेंगे। नए मंत्रियों को नए टास्क दिए जाएंगे। मंत्रिमंडल में बहुत से वरिष्ठ विधायकों को जगह नहीं मिल सकी है। जबकि कई विधायक अब तक मंत्रियों से ट्यूनिंग नहीं होने या पेंडेंसी के कारण क्षेत्र में काम नहीं होने से नाराज हैं। ऐसे विधायकों की नाराजगी अब दूर करने की कोशिश रहेगी। सभी मंत्रियों को विधायकों की ओर से दिए जाने वाले कामोें को प्राथमिकता से करने को कहा जा सकता है।