दो दिवसीय जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन:शिक्षकों ने नई शिक्षा नीति व सार्वजनिक शिक्षा में नवाचार पर की चर्चा
चूरू समायोजित शिक्षाकर्मी संघ का दो दिवसीय शिक्षक सम्मेलन मंगलवार को रतननगर के प्रजापति भवन में संपन्न हुआ। अध्यक्षता करते हुए ऋषीराज सिंह राठौड़ ने नई शिक्षा नीति और सार्वजनिक शिक्षा में नवाचार पर जानकारी दी।
अन्य सदस्यों ने पुरानी पेंशन, पदोन्नति का लाभ देने व ग्रामीण शब्द हटाने की मांग की। भोजन सत्र के उपरांत चुनाव अधिकारी डॉ. प्रभा पारीक और चुनाव पर्यवेक्षक योगेश कुमार दाधीच की देखरेख में जिला कार्यकारिणी के चुनाव सम्पन्न हुए, जिसमें राजवीर सिंह राठौड़ को निर्विरोध पुनः जिलाध्यक्ष चुना गया।
जिला उपाध्यक्ष ओपी त्यागी रतनगढ़ व सुलोचना प्रजापत सुजानगढ़ को, मंत्री दुलाराम सारण को, कोषाध्यक्ष शिवप्रसाद शर्मा को तथा मीडिया प्रभारी रविंद्र सिंह शेखावत को नियुक्त किया गया। प्रदेश महासमिति सदस्य डॉ. प्रभा पारीक, हनुमंतसिंह राठौड़, अजय पंवार, राजकुमार तिवाड़ी, विजय भोजक, नत्थूसिंह, घनश्याम शांडिल्य का नाम प्रस्तावित किया गया। शिक्षक संघ राष्ट्रीय का दो दिवसीय जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन राजस्थान कॉलेज में संपन्न हुआ। सेवानिवृत्त शिक्षक रामजीलाल ख्यालिया की अध्यक्षता में हुए समारोह में प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सैनी, प्रदेश संयुक्त मंत्री राजवीरसिंह राठौड़, संभाग संगठन मंत्री वासुदेव शर्मा बतौर अतिथि मौजूद रहे। संयोजक प्रमोद श्योराण ने बताया कि दो दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न शैक्षिक समस्याओं पर मंथन किया गया। जिला कार्यकारिणी सदस्य दशरथ धायल, महावीरप्रसाद जांगिड़ व उपशाखा मंत्री योगेश छिंपा ने कहा कि शिक्षकों को गैर शैक्षिक कार्यों में लगाने से शिक्षा की गुणवत्ता कम हो रही है, जिससे समाज में शिक्षकों की छवि पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है।
कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई को पहुंचे काफी नुकसान को लेकर सत्र के बचे हुए समय में पूरे जोश से काम करने पर जोर दिया। सम्मेलन के दूसरे दिन एकमत होकर शिक्षकों को गैर शैक्षिक कार्यों में लगाना तुरंत प्रभाव से बंद करने सहित विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए।
इसके अलावा नई पेंशन योजना को बंद कर पुरानी पेंशन योजना को बहाल करवाने के लिए प्रदेश कार्यकारिणी से आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने का आग्रह किया गया। सम्मेलन के संयोजक प्रमोद श्योराण ने आभार व्यक्त किया।