मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण:बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया

करौली कृषि विज्ञान केंद्र पर बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित मधुमक्खी पालन पर सात दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।केंद्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बच्चू सिंह ने बताया कि बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड नई दिल्ली द्वारा केंद्र पर सात दिवसीय पांच प्रशिक्षण का आवंटन हुआ। प्रशिक्षण पूर्ण रूप से निशुल्क आयोजित किए जा रहे हैं तथा बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने में लाभदायक साबित होंगे।
प्रत्येक प्रशिक्षण में 25 बेरोजगार युवा भाग लेंगे।प्रशिक्षण में मधुमक्खी पालन विशेषज्ञ डॉ.सुरेश कुमार जाट सहायक आचार्य उद्यानिकी कॉलेज झालावाड़ एवं राकेश कुमावत कृषि अनुसंधान अधिकारी एटीसी मलिकपुर ने मधुमक्खी पालन पर व्याख्यान दिए ।साथ ही मधुमक्खी पालक नरेंद्र मालव ने मधुमक्खी पालन में आने वाली समस्याओं एवं उसके अवसरों पर व्याख्यान दिया ।डॉ शंकर लाल कसवा प्रशिक्षण समन्वयक ने प्रशिक्षणार्थियों को ग्राम हुक्मी खेड़ा में मधुमक्खी पालकों के यहां प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया ।
कार्यक्रम के समापन समारोह में रामलाल जाट उप निदेशक कृषि विस्तार करौली ने राज्य सरकार द्वारा मधुमक्खी पालन पर दी जा रही अनुदान योजनाओं के बारे में अवगत कराया तथा भविष्य में मधुमक्खी पालन पर अनुदान प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को दिया जाएगा। डॉ. रामकेश मीणा ने प्रशिक्षणार्थियों का मूल्यांकन किया । कार्यक्रम में डॉ बीएस मीणा प्रशिक्षणार्थियों का एवं अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ,. मुकेश नायक ने मधुमक्खी पालन के लिए मौसम के प्रभाव पर व्याख्यान दिया। लोकेश कुमार एवं विशाल उपस्थित रहे।