ऑस्ट्रेलिया को लगातार दो वर्ल्ड कप जिताने वाली पॉन्टिंग बोले- धोनी ने भावनाओं को खुद पर कभी हावी नहीं होने दिया, बतौर कप्तान मैं ऐसा करने में सफल नहीं रहा
ऑस्ट्रेलिया को लगातार दो वर्ल्ड जिताने वाले पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि उनकी और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में बहुत अंतर था। उन्होंने कहा कि बतौर कप्तान धोनी ने मैदान पर कभी अपनी भावनाओं को खुद पर हावी नहीं होने दिया, लेकिन मैं ऐसा करने में कभी भी पूरी तरह सफल नहीं रहा। इसी खूबी के कारण धोनी भारत के सबसे कामयाब कप्तान बने। पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलियाई वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में यह बातें कहीं।
पोंटिंग ने कहा कि जब भी धोनी टीम के कप्तान रहे टीम इंडिया का मनोबल हमेशा ऊंचा रहता था। उनमें अपने खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन करवाने की काबिलियत थी। उनका टीम और खेल पर हमेशा नियंत्रण रहता था। साथी खिलाड़ी उनकी इस खूबी को पसंद करते थे।
धोनी को भारत में बहुत पसंद किया जाता है: पोंटिंग
उन्होंने आगे कहा कि मैं अब भारत में काफी समय गुजरता हूं और मुझे पता है कि धोनी को भारत में कितना पसंद किया जाता है। दुनिया में आप कहीं भी ट्रैवल करें, क्रिकेट फैंस धोनी और उनकी कप्तानी के बारे में बात करते मिल जाएंगे कि कैसे वे मैदान पर मुश्किल परिस्थिति में भी खुद को शांत रखते हैं।
आईपीएल में धोनी की चेन्नई टीम को कड़ी चुनौती देंगे’
आईपीएल के इस सीजन में दिल्ली टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी निभाने वाले पोंटिंग ने कहा कि मैं लीग में धोनी की अगुआई वाली चेन्नई टीम से मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि आईपीएल में चेन्नई सबसे मजबूत टीम है और इसका काफी श्रेय धोनी की लीडरशिप को जाता है। मेरी कोशिश होगी कि इस सीजन में धोनी को हमारे खिलाफ कम से कम न जीतें।
पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार दो वर्ल्ड कप जीते
पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2003 और 2007 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। दूसरी तरफ धोनी ने बतौर कप्तान आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीती हैं। उन्होंने 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप, जबकि 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी।
धोनी ने 15 अगस्त को रिटायरमेंट की घोषणा की थी
धोनी ने इसी महीने 15 अगस्त को इंस्टाग्राम पर वीडियो मैसेज पोस्ट कर इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की थी। उन्होंने आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। तब सेमीफाइनल में टीम इंडिया हारकर बाहर वर्ल्ड कप से बाहर हो गई थी। उस मैच में धोनी ने 50 रन बनाए थे।