व्यापारी सम्मेलन में अखिलेश का भाजपा पर निशाना
बोले- आधी कमाई और दोगुना महंगाई वाला शासन
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की तर्ज पर समाजवादी पार्टी भी प्रदेश में विभिन्न वर्ग का सम्मेलन आयोजित करा रही है। लखनऊ में रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में समाजवादी पार्टी के व्यापारी महाकुंभ में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उनके संबोधन के दौरान ही काफी हंगामा तथा मंच पर अराजकता होने पर धन्यवाद बोलकर पर वह मंच छोड़कर चले गए।
समाजवादी पार्टी के व्यापारी महाकुंभ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केन्द्र के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश का व्यापारी, किसान तथा नौजवान संकट में है। इन वर्गों ने कभी भी दुख व तकलीफ नहीं सही। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी कहते 24 घंटे काम करते हैं, तब प्रदेश में इतनी बेरोजगारी है। व्यापारियों की आमदनी आधी हो गई और महंगाई दोगुनी। इसके साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यही भाजपा का शासन है।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नोटबंदी के समय भरोसा दिलाया गया था कि भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा, लेकिन वह भी बढ़कर दोगुना हो गया है। कोरोना काल में जो उद्योग कारखाने व दुकानें बंद हुई वह दोबारा शुरू नहीं हो सकीं हैं। जिसके कारण प्रदेश में बड़ी संख्या में व्यापारियों को आत्महत्या करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि कपड़ों व जूते तक पर जीएसटी लागू है। पेट्रोल व डीजल की वजह से हर चीज के मूल्य आसमान छू रहे हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि 2022 में बदलाव होगा और व्यापारियों की मांगें पूरी की जाएंगी।
अखिलेश ने कहा कि कोविड-19 समय कोई कारखाना नहीं चल पाया उद्योग बंद हो गए। काम बंद हो गया। यूपी में बड़े पैमाने पर कारोबारियों ने आत्महत्या कर ली। किसान और व्यापारी दो सबसे बड़ी कड़ी हैं, लेकिन भाजपा ने इन दोनों को तोडऩे का काम किया है।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी 24 घंटे काम करते हैं। इसमें हम कोई शक नहीं करते, लेकिन उनके काम से बेरोजगारी बढ़ी है। कोविड के समय पूरी दुनिया में कारोबारियों की मदद की गई, लेकिन केवल यहां कारोबारियों की कोई मदद नहीं हुई। उन्होंने कहा कि यहां पर व्यापारियों का बहुत बड़ा कार्यक्रम हुआ है। चुनाव के पहले कारोबारियों का यह कार्यक्रम बहुत अच्छा है। कारोबारी बाजार में रहता है। लोगों के बीच में रहता है। ऐसे में जब व्यापारी मन बना लेता है, तो सरकार नहीं बचती।