विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर बोले- पूरी जमीन का मास्टर प्लान लाएंगे; विधानसभा क्षेत्र अर्बन फारेस्ट घोषित होगा
विधानसभा के ग्रीन एरिया क्षेत्र की जिस 22 एकड़ जमीन पर विधायकों के नए आवास बनने थे, वहां अब बड़ी संख्या में नीम के पौधे लगाए जाएंगे। पूरा क्षेत्र अर्बन फारेस्ट घोषित होगा। भविष्य में भी हरियाली से कोई छेड़छाड़ न हो, इसके लिए विधानसभा अपना मास्टर प्लान लाएगी। यह निर्णय सोमवार को हुआ। प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने स्थल का निरीक्षण किया और घोषणा की कि इस जगह पर कोई निर्माण न अभी और न ही भविष्य में होगा। इस दौरान विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह और राजधानी परियोजना प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि विधायकों के विश्रामगृह की जो समस्या है, उसे दूर करने के लिए पुराने विश्राम गृह को तोड़कर नए आवास बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पूर्व में प्रस्तावित जगह से 1165 पेड़ काटे गए थे, उस जगह पर अब विधायक पौधरोपण करेंगे। उनकी नेमप्लेट लगेगी। पौधों को गोद दिया जाएगा। जब भी विधायक विधानसभा आएंगे, पेड़ देखने जा सकते हैं, इसकी अपील की जाएगी। प्रोटेम स्पीकर और विधानसभा के प्रमुख सचिव ने मौके पर दो पौधे भी लगाए। स्पीकर ने कहा कि विधानसभा की पूरी जमीन का मास्टर प्लान होगा, ताकि भविष्य में भी किसी तरह की दिक्कत न हो। गौरतलब है कि नए विधायक विश्राम गृह बनाने के लिए पहले जिस 22 एकड़ जमीन के हिस्से से पेड़ों को काटा जा रहा था अब वहां ऐसा नहीं होगा। यह क्षेत्र ‘नीम वन’ बनेगा। नए विश्रामगृह अब पुराने विश्रामगृह को तोड़कर बनेंगे।
125 एकड़ में फैली है विधानसभा
प्रोटेम स्पीकर शर्मा ने बताया कि विधान सभा की 125 एकड़ भूमि का एक अलग से मास्टर प्लान बनेगा। यह काम राजधानी परियोजना प्रशासन करेगा। इस मास्टर प्लान के अंतर्गत पूरी जमीन पर कहां-कहां क्या निर्मित हुआ है और भविष्य में क्या किया जाना प्रस्तावित है, उसका उल्लेख होगा।
दैनिक भास्कर ने उठाया था मुद्दा
वर्ष 2014 से यह प्रोजेक्ट कागजों पर उतरा था। 2015-16 में 22 एकड़ जगह में से ढाई एकड़ क्षेत्र के पेड़ों को काटने की कार्रवाई हुई तो ‘दैनिक भास्कर’ ने हरियाली बचाने के लिए इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। तब तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा ने इस प्रोजेक्ट को रोक दिया था। इसके बाद विधानसभा परिसर में दैनिक भास्कर के चेयरमैन रमेशचंद्र अग्रवाल ने पौधरोपण भी किया था। उस समय सीएम शिवराज सिंह चौहान भी हरियाली उजाड़कर आवास बनाने पर सहमत नहीं थे। कांग्रेस की सरकार आने के बाद तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने इसी जगह पर निर्माण कराने की बात कही, जिसका फिर विरोध हुआ, लेकिन अब भाजपा सरकार में प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने इस प्रस्ताव पर पूरी तरह से रोक लगा दी।