जयपुर नगर निगम हेरिटेज उपचुनाव में कांग्रेस को मिली बड़ी हार, कांग्रेस के लिए बढ़ी चिंता
जयपुर नगर निगम हेरिटेज के 2 वार्डो में हुए उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा ने एक-एक सीट जीत ली। लेकिन कांग्रेस के लिए वार्ड 57 की हार बड़ा सबक दे गई। क्योंकि इस वार्ड में जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस ने पूरा ताकत झोंक दी थी। कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के लिए 2 कैबिनेट मंत्री, मेयर के अलावा स्थानीय विधायक तक साथ लग गए थे, लेकिन बावजूद ये मिलकर भी कांग्रेस प्रत्याशी महेश तंबोली को पार्षद नहीं बनवा पाए।
अमूमन ये माना जाता है कि उपचुनाव में वहीं जीत दर्ज करता है जिसका राज्य में सरकार होती है। नगर निगम हेरिटेज में वर्तमान में बोर्ड भी कांग्रेस का है और मेयर भी। इसके अलावा राज्य में सरकार भी कांग्रेस की है। लेकिन वार्ड 57 में कांग्रेस प्रत्याशी महेश तंबोली के लिए कैबिनेट मंत्री महेश जोशी, ममता भूपेश, मेयर मुनेश गुर्जर और स्थानीय विधायक अमीन कागजी के प्रयास सफल नहीं हुए। इन प्रतिनिधियों ने रैली और सभा भी की, लेकिन बावजूद तम्बोली जीत नहीं सके।
इस वार्ड पर नवंबर 2020 में जब चुनाव हुए थे, तब वार्ड 57 में भाजपा के महेन्द्र ढलेत और वार्ड 97 से कांग्रेस की मायादेवी जीती थी। इस साल दोनों के निधन होने के बाद इन सीटों पर उपचुनाव करवाए गए थे।
वार्ड 97 में भी जीतने में आ गए पसीने
वार्ड 57 में हार के अलावा कांग्रेस को वार्ड 97 में जीत हासिल करने में पसीने आ गए। यहां से दिवंगत पार्षद मायादेवी की बहन सुनीता देवी को जीत मिली है, लेकिन जीत का अंतर भी महज 11 वोटों का ही रहा। हालांकि यहां सुनीता देवी को 2393 और भाजपा की प्रत्याशी प्रेमदेवी को 2382 वोट मिले। जबकि इससे पहले जब मायादेवी ने जीत दर्ज की थी, तब वोट का अंतर 21 वोट के अंतर से जीती थी।