जनहित की योजनाओं को चुनाव प्रचार के केंद्र में रखेगी कांग्रेस, चुनाव संचालन समितियों ने दिए ये सुझाव
देहरादून। कांग्रेस चुनाव प्रचार में भाजपा सरकार की विफलता के साथ ही सरकार बनने पर जनहित की योजनाओं को अपने चुनाव प्रचार के केंद्र में रखेगी। इसके लिए पार्टी अभी से तैयारी शुरू करने जा रही है।
रविवार को पार्टी की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने चुनाव संचालन से जुड़ी सभी समितियों के साथ बैठक की और अभी तक किए गए कार्यों के संबंध में फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता से पहले पार्टी को हर स्तर पर पूरी तरह से तैयारी करनी होगी। उन्होंने सभी समितियों को दिए गए कार्यों को समयबद्धता के साथ पूरा करने के भी निर्देश दिए
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि बैठक में समितियों द्वारा जो सुझाव दिए गए हैं उन पर पार्टी अमल करेगी। इससे पार्टी को चुनावों में लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में भ्रष्टाचार, महंगाई व बेरोजगारी कांग्रेस का मुख्य मुद्दा होगा।
बैठक में घोषणा पत्र समिति के संयोजक सूर्यकांत धस्माना ने समिति के कार्यों की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने घोषणा पत्र में शामिल होने वाले बिंदुओं की जानकारी दी। इस दौरान सर्वसम्मति से तय किया गया कि 10 जनवरी तक पार्टी का घोषणापत्र पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा, जिसमें जिला स्तर तक विकास के बिंदुओं को शामिल किया जाएगा।
प्रशिक्षण समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 66 विधानसभाओं में बूथ स्तर के 17 हजार कार्यकर्त्ताओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रचार समिति ने बताया कि पार्टी द्वारा की जाने वाली घोषणाओं के लिए प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है।
बैठक में चुनाव प्रचार समिति के उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, संयोजक दिनेश अग्रवाल, समन्वय समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य, चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रकाश जोशी व संयोजक जयेन्द्र रमोला, प्रचार समिति के अध्यक्ष सुमित हृदयेश व उपाध्यक्ष सरोजनी कैंत्यूरा आदि उपस्थित थे।