कोरोना वैक्सीन लगवाने पर ही सरकारी ऑफिस में एंट्री:कलेक्टर ने कहा- पहली डोज में सीकर नंबर वन रहा, दूसरी में पिछड़ा
सीकर ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बाद अब जिला प्रशासन भी कसर नहीं छोड़ना चाहता है। सीकर कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने सरकारी कर्मचारियों को दोनों डोज लगवाने को कहा है। डोज नहीं लगने पर ऑफिस में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि ओमिक्रॉन का खतरा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। ऐसे में अब किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकारी ऑफिसों में काम करने वाले कर्मचारी और आने वाले लोगों को भी दोनों डोज लगना जरूरी है। पहली डोज में सीकर नंबर वन पर रहा, जिसमें 96 प्रतिशत लोगों ने पहली डोज लगाई लेकिन सैकेंड डोज में मानते है कि हम लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाए।
सख्ताई से करवाई जाएगी पालना
कलेक्टर ने बताया कि पुलिस और नगरपरिषद की टीम ऐसे लोगों को चिन्हित करेंगी, जो कोविड की पालना नहीं कर रहे है और बिना मास्क के घूम रहे है। उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान काटा जाएगा। पुलिस की ओर से चैकिंग अभियान भी चलाया जाएगा। कोचिंग संस्थानों से भी संपर्क कर उनके पास आने वाले छात्रों की डिटेल मांगी जाएगी कि कितने छात्रों ने सैकेंड डोज लगा ली है। अगर वहां पर ऐसे मामले सामने आते है तो कोचिंग संस्थान में प्रशासन की ओर से कैंप भी लगाया जाएगा।
व्यापारियों से मिलकर संदेश पहुंचाएंगे आगे
कलेक्टर ने सीकर जिले के सभी व्यापारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक ली। कलेक्टर ने व्यापारियों से आह्वान किया कि उनके साथ के बिना इस मुहिम को पूरा नहीं किया जा सकता इसलिए वो लोगों को सैकेंड डोज लगवाने के लिए आह्वान करें। इसके साथ ही दुकान पर आने वाले खरीददार को सैकेंड डोज नहीं लगवाने पर सामान नहीं देने की बात भी करें।