सीबीईओ ने विद्यालयों का किया निरीक्षण, अध्यापक मिले अनुपस्थित:निरीक्षण में पंजिकाओं में एक भी उपस्थिति दर्ज नहीं मिली, कई जगहों पर रिकॉर्ड ही नहीं था
नागौर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मूंडवा ने औचक निरीक्षण किया तो चौंकाने वाली स्थितियां मिली। राउप्रावि भडाणा में आठ कार्मिकों में से चार उपस्थित मिले। प्रधानाध्यापक बिना स्वीकृति के अनुपस्थित रहना सेवा नियमों के विरुद्ध आचरण की श्रेणी में आता है। व्यवस्था कालांश पंजिका का संधारण नहीं था। कक्षा आठवीं के बच्चे कखहरा तक का शुद्ध उच्चारण नहीं बता पाए। टेंस का पूछा तो सब बच्चे मौन साधे ही बैठे रहे। प्रधानाध्यापक दिलीप रांकावत ने बताया कि पूर्व प्रभारी कई महीनों से प्रभार हस्तांतरण नहीं कर रहे हैं।
इसी क्रम में रा. प्रा. वि. बंजारों की ढाणी में साढ़े दस बजे तक न तो कोई विद्यार्थी था और ना ही शिक्षक। एक अनजान व्यक्ति विद्यालय में खड़ा मिला जिससे पूछने पर बताया कि गुरुजी बच्चों को लाने गए हैं। थोड़ी देर में शिक्षक दो बच्चों को लेकर आए। बच्चों से पूछा कौनसी कक्षा में पढ़ रहे हो तो बताया कि दूसरी कक्षा में बस्ते में किताबें देखी तो तीसरी कक्षा की पुरानी पुस्तकें मिली। पूरे सत्र के विद्यार्थी अनुपस्थिति पंजिकाओं में एक भी उपस्थिति दर्ज नहीं मिली। न ही समय सारणी बनी हुई थी और न ही विद्यालय का अन्य रिकॉर्ड व्यवस्थित मिला। सरकार द्वारा प्रदत्त वर्क बुक भी कार्यालय में पड़ी मिली।
सीबीईओ भंवरलाल कासणियां ने बताया कि ऐसी विसंगतियों से रुबरु होने पर रोना आता है। संबंधित पीईईओ अल्का पटेल ने भी इन कार्मिकों का आदतन अनुशासन हीन बताया। दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए सीबीईओ ने उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। निरीक्षण के दौरान व्याख्याता राकेश चौधरी साथ रहे।