जमरानी बांध परियोजना: तकनीकी परीक्षण का काम पूरा, टीम के सदस्य आज जाएंगे वापस
हल्द्वानी। जमरानी बांध स्थल के तकनीकी परीक्षण के लिए आई विदेशी विशेषज्ञों की टीम के सदस्य मंगलवार को लौट जाएंगे। वहीं दो सदस्य यहां तकनीकी परीक्षण करने के बाद आईआईटी रुड़की का दौरा कर पहले ही वापस जा चुके हैं। इधर, विदेशी विशेषज्ञों के तकनीकी परीक्षण का काम पूरा होने को लेकर जाम बांध परियोजना इकाई के अधिकारी खुश हैं और उन्हें उम्मीद है कि बांध निर्माण के काम में तेजी आ सकेगी।
बांध स्थल का तकनीकी परीक्षण करने के लिए एडीबी के विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय टीम पिछले माह 31 जनवरी को यहां पहुंची थी। तकनीक विशेषज्ञों की टीम में एडीबी की ओर से क्विंटिन शॉ (यूके), सिलव्यू लानोस (फ्रांस) और फेलिक्स सीवेचर (स्पेन) आए थे। टीम ने यहां बांध स्थल पर बनी चार ड्रिफटों (सुरंगों) का निरीक्षण कर भूगर्भीय विश्लेषण किया।
गौला में मिलने वाले नाले (बाराझाला, नौकुचियाताल, भीमताल और बलिया/नैनीताल नाला), मुरकुडिया गांव, लूगड पुल, खनस्यूं में लगे वर्षामापी यंत्र, नैनीताल में एरीज के मेट्रोलॉजिकल विभाग, हरिपुर बौर जलाशय और किच्छा बैराज आदि जगहों का निरीक्षण कर विश्लेषण किया।
जमरानी बांध परियोजना के उप महाप्रबंधक बीबी पांडे ने बताया कि तकनीकी परीक्षण के बाद टीम के चार फरवरी को दो विशेषज्ञ आईआईटी रुड़की चले गए थे, जबकि एक तकनीक विशेषज्ञ सिलव्यू लानोस हल्द्वानी वापस आ गए थे। उन्होंने हल्द्वानी में तीन दिन तक रह कर विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी जुटाई। यह विदेशी विशेषज्ञ मंगलवार को वापस चले जाएंगे। टीम के सदस्य अपनी रिपोर्ट एडीबी को सौंपेंगे