ट्रैफिक वालंटियर बनने के लिए 10 दिन में 600 आवदेन
देहरादून : युवाओं में ट्रैफिक वालंटियर का जज्बा देख यातायात निदेशालय भी हैरान है। 10 दिनों में ही 600 नौजवान अपने फार्म जमा कर चुके हैं। बड़ी बात ये है कि ट्रैफिक वालंटियर बनने में युवतियां भी दिलचस्पी दिखा रही हैं। यातायात निदेशालय भी अब संशय की स्थिति में है कि किसे वालंटियर बनाया जाए और किसे नहीं।
29 जनवरी को यातायात निदेशालय की ओर से विज्ञप्ति जारी की गई। जिसमेंट्रैफिक वालंटियर के लिए 18 साल से अधिक आयु के युवा आवेदन कर सकते हैं। ऐसे में 30 जनवरी से ही युवक-युवतियों ने आनलाइन व आफलाइन फार्म जमा करने शुरू कर दिए। यातायात निदेशालय के पास पहुंचे आवेदनों के आधार पर अब तक 600 से अधिक युवक-युवतियां ट्रैफिक वालंटियर के लिए आवेदन कर चुके हैं। इनमें 20 युवतियां भी शामिल हैं।
ट्रैफिक वालंटियर बिना वेतन के रखे जा रहे हैं। बड़ी संख्या में आ रहे आवेदनों को लेकर यातायात निदेशालय को अब इस बात का भी भय सताने लगा है कि कहीं आगे चलकर कोई वेतन या उन्हें नियमित तौर पर रखने की मांग न करे। ऐसे में निदेशालय की ओर से सभी आवेदकों से हस्ताक्षरयुक्त एफिडेविड भी लिए जा रहे हैं। इसके अलावा सभी आवेदकों को फोन कर वालंटियर संबंधी जानकारी दी जा रही है। देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर और नैनीताल जिले से सबसे अधिक 400 के करीब आवेदन आए हैं। वालंटियरों को दी जाएगी अलग-अलग जिम्मेदारी
यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने बताया कि युवाओं में टै्रफिक वालंटियर बनने की दिलचस्पी देखी जा रही है। यदि आवेदकों की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो उनकी ड्यूटी चौराहों के अलावा डिजीटल, ट्रैफिक आई एप और जागरूकता में लगाई जाएगी। वालंटियरों की पहले 15 दिन ट्रेनिंग होगी। इसके बाद ही उन्हें नियुक्त किया जाएगा।