टीएचडीसी राजस्थान में बनाएगी नवीकरणीय ऊर्जा पार्क
ऋषिकेश : टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआइएल), राजस्थान में 10,000 मेगावाट के नवीकरणीय ऊर्जा पार्क परियोजनाएं स्थापित करेगा। करीब 40 हजार करोड़ रुपये के इस अनुमानित निवेश के लिए टीएचडीसी ने राजस्थान सरकार के साथ लेटर आफ इनटेंट (एलओआइ) पर हस्ताक्षर किए हैं।
राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा उद्योग, राजस्व एवं ऊर्जा मंत्री की उपस्थिति में बुधवार को जयपुर में टीएचडीसी की ओर से निदेशक (वित्त) जे बेहेरा ने एलओआइ पर हस्ताक्षर किए। राजस्थान सरकार, राजस्थान रिन्युएबल एनर्जी कार्पोरेशन (आरआरइसीएल )के माध्यम से इस परियोजना के लिए भू बैंक से भूमि आवंटन करेगी। नवीकरणीय ऊर्जा पार्कों का कार्यान्वयन एसपीवी के माध्यम से आरआरइसीएल के साथ जेवी कंपनी के रूप में 74:26 के अनुपात में किया जाएगा
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने ऊर्जा क्षेत्र में किए जा रहे इस निवेश से उम्मीद जताई कि इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य पीक पर होने के दौरान प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 10 हजार रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेगें। टीएचडीसीआइएल एवं आरआरइसीएल के ये मेगा उपक्रम परियोजना क्षेत्रों के सामाजिक व आर्थिक विकास को गति प्रदान करेंगे। साथ ही क्षेत्र में सस्ती सौर विद्युत भी उपलब्ध करवाएंगे। यह काप-26 में भारत सरकार के 2030 तक 500 गीगावाट के अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा अभिवृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी योगदान करेगा।
टीएचडीसी के निदेशक (वित्त) जे बेहेरा ने कहा कि टीएचडीसीआइएल देश के विभिन्न भागों में अपने व्यवसायिक प्रचालन का विस्तार कर रही है। राजस्थान सरकार के साथ हमारे आपसी संबंधों की यह शुरूआत है। इस कार्यक्रम में टीएचडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव विश्नोई वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से जुड़े। उन्होंने राजस्थान सरकार के ऊर्जा विभाग को टीएचडीसीआइएल के इस निवेश प्रस्ताव में तेजी लाने में उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
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देश की प्रमुख विद्युत उत्पादक है टीएचडीसी
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता के साथ देश में एक प्रमुख विद्युत उत्पादक बन गई है। जिसमें उत्तराखंड में टिहरी बांध एवं एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचइपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट एवं द्वारका में 63 मेगावाट की पवन विद्युत परियोजना, उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट की ढुकुवां लघु जल विद्युत परियोजना एवं केरल के कारसगाड में 50 मेगावाट की सौर विद्युत परियोजना शामिल है। इसके अतिरिक्त टीएचडीसी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख इकाई होने के कारण उत्तरप्रदेश में यूपीनेडा के साथ मिलकर 2000 मेगावाट के अल्ट्रा मेगा सौर पार्कों पर भी काम कर रही है।