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हंगामेदार बोर्ड बैठक में 1.08 अरब का बजट पारित:पार्षदों ने आयुक्त पर लगाए मनमानी के आरोप, कार्यमुक्त करने की मांग

करीब 1 वर्ष बाद बुधवार को आयोजित हुई करौली नगर परिषद की बोर्ड बैठक हंगामेदार रही। करीब साढ़े तीन घंटे चली मैराथन बैठक में हंगामे के बीच 2022-23 के लिए 1 अरब 8 करोड़ से अधिक का बजट पारित किया गया। इस दौरान पार्षदों ने कई बार नगर परिषद आयुक्त को कार्यमुक्त करने की मांग की तो कार्मिकों पर भी भ्रष्टाचार और पार्षदों की अनदेखी के आरोप लगाए हैं।

पंचायत समिति सभागार में दोपहर 2 बजे नगर परिषद की बोर्ड बैठक शुरू होने से पूर्व ही पार्षद ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के दौरान पक्ष-विपक्ष एवं मनोनीत पार्षदों ने एक सुर में नगर परिषद आयुक्त नरसी लाल पर पार्षदों की अनदेखी, भ्रष्टाचार, काम में लापरवाही के आरोप लगाते हुए उन्हें कार्यमुक्त करने की मांग की। एक बार पार्षदों ने उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया, जिसके चलते कोरम पूरा नहीं होने की नौबत आ गई। हालांकि बाद में पार्षदों द्वारा हस्ताक्षर करने के बाद कोरम पूरा होने पर बैठक शुरू हुई। हालांकि बैठक में उपस्थित कुछ पार्षदों ने फिर भी हस्ताक्षर नहीं किए। इस दौरान पार्षदों ने आयुक्त पर बोर्ड बैठक 1 साल तक आयोजित नहीं करने और मनमानी के भी आरोप लगाए। इस दौरान कई बार पार्षद इतने उत्तेजित हो गए कि एक दूसरे पर भी गरमा-गरमी और कहासुनी की नौबत आ गई।

पार्षदों ने काम में भेदभाव के आरोप लगाए
हंगामे के दौरान कई बार नगर परिषद सभापति रशीदा खातून की ओर से पार्षदों से शांति के साथ एक-एक कर अपनी समस्याएं रखने की अपील की गई। बैठक में मनोनीत पार्षद मंगतू प्रजापत ने आयुक्त से 16 बिंदुओं पर आधारित सवाल किए। जिनका वह संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दे सके। बीच-बीच में पार्षद बेंच बजाकर आक्रोश प्रकट करते रहे। कई बार पार्षद सभापति और आयुक्त के समक्ष आकर नारेबाजी करते रहे, जिसके चलते एजेंडे पर चर्चा नहीं हो सकी।

हालांकि आखिरी वक्त पर आयुक्त और सभापति द्वारा आगामी बोर्ड बैठक समय पर कराने का आश्वासन देने और 18 मई को तिथि घोषित करने पर पार्षद शांत हुए। लेकिन आयुक्त द्वारा बजट प्रस्ताव पारित करने की घोषणा करते ही पार्षद एक बार फिर उत्तेजित हो गए और आयुक्त व सभापति के समक्ष आकर जमकर आक्रोश प्रकट किया। उनकी समस्याओं का समय पर समाधान करने तथा सभापति प्रतिनिधि द्वारा सुनवाई का आश्वासन देने के बाद अंतिम समय पर बजट प्रस्ताव पारित करने की स्वीकृति दे दी। इसके साथ ही बजट बैठक समाप्त हो गई।

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