बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप : भारतीय पुरुष टीम ने उम्मीदें बरकरार रखी
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन की अगुआई में भारतीय पुरुष टीम ने गुरुवार को यहां ग्रुप-ए में हांगकांग को 3-2 से हराकर बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप के नाकआउट में जगह बनाने की उम्मीदों को बरकरार रखा। कोरिया के खिलाफ पहले मैच में 0-5 की करारी हार से हालांकि टीम की नाकआउट में जगह बनाने की राह मुश्किल हो गई है। भारत अभी एक जीत और एक हार के साथ ग्रुप-ए में हांगकांग से ऊपर तीसरे स्थान पर है
इस ग्रुप से अभी गत चैंपियन इंडोनेशिया और कोरिया नाकआउट में जगह बनाने की दौड़ में आगे चल रहे हैं। गुरुवार को भारत के लिए इंडिया ओपन विजेता लक्ष्य, मिथुन मंजूनाथ तथा हरिहरन ए और रूबेन आर की डबल्स जोड़ी ने जीत दर्ज की। दुनिया के 13वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य सबसे पहले कोर्ट पर उतरे और उन्होंने दुनिया के 17वें नंबर के खिलाड़ी ली च्युक यीयू को 35 मिनट में 21-19, 21-10 से हराकर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई।
लाउ च्युक हिम और ली चुन हेई रेगिनाल्ड ने डबल्स मुकाबले में मनजीत सिंह ख्वेराकपम और डिंकू सिंह कोंथोजम की जोड़ी को रोमांचक मुकाबले में 20-22, 21-15, 21-18 से हराकर हांगकांग को 1-1 से बराबरी दिला दी। किरण जार्ज को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चेन यिन चेक के खिलाफ 13-21, 21-17, 9-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी जिससे हांगकांग ने 2-1 की बढ़त बना ली।
हरिहरन और रूबेन ने हालांकि चाउ हिन लोंग और ल्यू चुन वेई को 21-17, 21-16 से हराकर भारत को बराबरी दिला दी। मंजूनाथ ने इसके बाद जेसन गुनावन को कड़े मुकाबले में 21-14, 17-21, 21-11 से हराकर भारत की 3-2 से जीत सुनिश्चित की।
नाकआउट में जगह बनाने के लिए भारत को अब शुक्रवार को गत चैंपियन इंडोनेशिया को हराना होगा और हांगकांग के खिलाफ कोरिया की हार की दुआ करनी होगी। भारत और कोरिया दोनों ने अभी एक मुकाबला जीता और एक गंवाया हैं। दोनों टीम अगर शुक्रवार को जीत दर्ज करती हैं तो फिर देखा जाएगा कि किस टीम ने अधिक मैच और गेम जीते तथा हारे हैं और इस मामले में कोरिया आगे है