बढ़ेगा सुविधाओं का दायरा:बीडीके अस्पताल में 5 कराेड़ में अपग्रेड हाेगा ट्राेमा सेंटर, 24 घंटे मिलेगी सर्जन, फिजिशियन और अस्थि राेग विशेषज्ञ की सुविधा

झुंझुनूं जिले के सबसे बड़े बीडीके अस्पताल का ट्राेमा सेंटर जल्द ही अपग्रेड हाे सकता है। राेड व सेफ्टी नाेडल अधिकारी ने शुक्रवार काे बीडीके अस्पताल के ट्राेमा सेंटर का निरीक्षण कर सुविधाओं काे देखा। पीएमओ डाॅ. वीडी बाजिया ने बताया कि बीडीके अस्पताल का ट्राेमा सेंटर अभी लेवल थ्री स्तर की सुविधाओं वाला है। जिसे अब सैकंड लेवल की सुविधाओं के साथ अपग्रेड किया जाना है। इसकाे लेकर परिवहन विभाग के रोड एवं सेफ्टी नोडल आफिसर डॉ. एस एन पांडे ने निरीक्षण किया।
डॉ. पांडे ने बताया कि द्वितीय लेवल के ट्राेमा सेंटर में अपग्रेडेशन पर पांच करोड़ से अधिक रुपए की लागत आएगी। जिसमें उच्च स्तरीय आपातकालीन ईकाई, आईसीयू, आपातकालीन ऑपरेशन थियेटर का निर्माण, सी-आर्म मशीन, सोनोग्राफी मशीन, डिजीटल बेड, साईड एक्सरे मशीन, आॅनलाईन रजिस्ट्रेशन सेंटर, एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली एंबुलेंस, उच्चस्तरीय डीजी सेट एवं अन्य मशीनरी आदि सम्मिलित होंगे। निरीक्षण के दाैरान सीनियर सर्जन डॉ. सहीराम, हैल्थ मैनैजर डॉ. नावेद अखतर, डॉ. अनिल अग्रवाल, डॉ. जगदेव, डॉ. अंजना माथुर, उपनिदेशक डॉ. महिपाल सिंह, प्रियंका ने अवलोकन कर रिपोर्ट परिवहन मंत्रालय को भिजवाई।
मरीजाें काे रेफर नहीं करना होगा, ट्राेमा सेंटर के बेड भी बढ़ाए जाएगे
ट्राेमा रोगियों को रेफर करने की आवश्यकता नहीं होगी। लेवल टू में आनेे के बाद विशेषज्ञ सर्जन, अस्थि रोग विशेषज्ञ व फिजिशियन की अस्पताल में 24 घंटे सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही ट्राेमा सेंटर के बेड भी बढ़ाए जाएगे। पीएमओ डॉ बाजिया ने बताया कि लेवल टू ट्राेमा सेंटर मेडिकल कॉलेज स्तर पर होता है। बीडीके अस्पताल के ट्राेमा सेंटर में अपग्रेडेशन से आमजन को मेडिकल कॉलेज के स्तर की चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। इसके लिए पीएमओ ने सीनियर सर्जन डॉ. सहीराम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। निरीक्षण के बाद टीम ने 14 बिन्दुओं की रिपाेर्ट तैयार की है और उसमें आरआरसी ब्लाॅक के पहले तल पर इसका विस्तार करने की सहमति भी बन गई है।