नई पीढ़ी में कला क्षेत्र के प्रति बढ़ रहा रुझान
रुड़की: राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय कार्यशाला के माध्यम से जहां बच्चों को अपने हुनर को दिखाने का अवसर देगा। वहीं उनकी छिपी हुई प्रतिभा को और निखारेगा। कार्यशाला के लिए चयनित बच्चों को एक माह तक नृत्य, अभिनय व अन्य विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
शैल नट देवभूमि ड्रामा अकादमी ने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली के सहयोग से रविवार को मालवीय चौक स्थित एक बैंक्वेट हाल में बच्चों के लिए निश्शुल्क बाल नाट्य शाला का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध रंगकर्मी श्रीश डोभाल उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अभिनय के क्षेत्र में जाने के लिए आज नई पीढ़ी में रुझान तेजी से बढ़ा है। इसलिए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने बिना शुल्क के यह कार्यशाला रुड़की में शुरू की है। इस कार्यशाला में जो बच्चे चुने जाएंगे, उनको राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की ओर से प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। देवभूमि ड्रामा अकादमी के निदेशक विजय राजवंशी ने बताया कि इस कार्यशाला के लिए 100 बच्चों ने पंजीकरण कराया है। बताया कि इनमें से केवल 30 बच्चों का चयन किया जाएगा। जिनको एक माह तक नृत्य, अभिनय व अन्य विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस चयन समिति में अंतरराष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी, दीप्ति शर्मा, अनिल वर्मा, सीमा सिंह आदि शामिल हैं। अकादमी के कोआर्डिनेटर प्रोफेसर अजय कुमार ने बताया कि इससे पूर्व विजय राजवंशी के निर्देशन में रुड़की में पांच कार्यशालाएं और अनेक नाटकों का मंचन हो चुका है। जिनमें कौवा चला हंस की चाल, कोर्ट मार्शल, बजा दी बैंड, खामोश अदालत जारी तथा बाल रामलीलाओं का मंचन शामिल है। इस अवसर पर सहायक निदेशक राम प्रताप, कोआर्डिनेटर सिमरन धीमान, ज्योति गुप्ता, आदर्श कुकरेती, जाफर हुसैन, सुब्रत, मुदित गोयल, विधि आदि उपस्थित रहे