नैनीताल जिले में बन रहा है पहला सिटी सिटी फ़ॉरेस्ट, बाघ से सुरक्षा के भी इंतजाम
जंगल से घिरे रामनगर में वन विभाग लोगों को हरियाली से जोड़ने के लिए सिटी फॉरेस्ट विकसित करेगा। जमीनी स्तर पर वन विभाग ने इसकी कवायद भी शुरू कर दी है। जिले में बनाया जा रहा पहला सिटी फारेस्ट आकर्षण का केंद्र होगा।
200 शहरी वन विकसित करने की योजना
पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा अगले पांच वर्षों में देश भर में 200 शहरी वन विकसित करने के लिए नगर वन योजना की घोषणा की गई है। इसी के तहत रामनगर वन प्रभाग द्वारा कोसी रेंज के बैलगड़ में 17 हेक्टेयर वन क्षेत्र को सिटी फारेस्ट बनाने जा रहा है। उस जगह से लेंटाना झाड़ी हटाने का काम शुरू हो गया है
सिटी फारेस्ट में होंगी ये सुविधाएं
सिटी फ़ॉरेस्ट में सैर सपाटे के लिए रूट, योगा करने के लिये पार्क, जिम करने व बैठने के लिए बेंच कुर्सियों के अलावा शोभादार पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा बच्चों के लिए पार्क भी बनाया जाएगा। ताकि लोग जंगल के बीच सिटी फारेस्ट में आकर आराम व सुकून महसूस कर सके।
पार्क में सुरक्षा का भी इंतजाम
बाघ समेत तमाम वन्य जीवों की मौजूदगी वाले जंगल के बीच में लोगों की सुरक्षा के लिए आठ फुट ऊंची सोलर फेंसिंग लगाई जाएगी।
डीएफओ चन्द्रशेखर जोशी ने बताया कि बाउंड्री में सोलर फेंसिंग की तारबाड़ व लेंटाना झाड़ी कटान कैंपा योजना के बजट से किया जा रहा है। उस क्षेत्र को वन्य जीवों की सुरक्षा के लिहाज से सोलर फेंसिंग से कवर करने के लिए कार्य शुरू हो गया है। उसमें जो भी सुविधाएं विकसित की जानी है, उनके लिए नगर वन योजना से बजट मांगने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है
पहले स्मृति वन अब सिटी फारेस्ट
कोसी रेंज के जिस जगह पर सिटी फारेस्ट विकसित हो रहा है। वह जगह पहले स्मृति वन के रूप में जानी जाती थी। पूर्व में वन विभाग ने उस जगह को स्मृति वन का नाम दिया था। किसी की मृत्यु हो जाने पर उसके स्वजन स्मृति में पौधा लगाते थे। काफी समय तक वन विभाग ने उस जगह को सजाया संवारा।लेकिन बाद में वह खुद वन विभाग की ही उपेक्षा का शिकार हो गया।