जैविक खेती को जागरूक करेंगे कॉलेज के प्रशिक्षित छात्र
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मुख्यमंत्री नवाचार योजना के तहत जैविक खेती जागरूकता केंद्र का शुभारंभ किया गया, जिसमें महाविद्यालय के 50 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है। यह छात्र-छात्राएं प्रशिक्षण लेने के बाद आसपास के गांवों में जाकर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। साथ ही सरकार की ओर से जैविक खेती को लेकर चलाई जा रही योजनाओं की भी ग्रामीणों को जानकारी देंगे।
जैविक खेती को बढ़वा देने के लिए सरकार ने योजना बनाई है, जिसके तहत महाविद्यालय में जागरूकता केंद्र स्थापित किया गया। इसके तहत महाविद्यालय में जैविक कृषि प्रमाणपत्र कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने बताया कि पंजीकृत छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। छात्रों को उन जगह भी ले जाया जाएगा जहां जैविक खेती हो रही है। जैविक उत्पादों की मार्केटिंग, उत्पादों को बाजार तक ले जाने और बेचने तक का सारा काम सरकार करेगी। इस दौरान विशेषज्ञ राकेश गैरोला ने वर्मी कंपोस्ट, सीड प्रोडक्शन, सीड बैंक आदि के बारे में बताया। बताया कि आज बाजार में जैविक उत्पादों की मांग बढ़ती जा रही है।
इस दौरान नीरजा, प्रभारी प्राचार्य डा. मनीष डंगवाल, डा. मनीष मिश्रा, डा. जगमोहन सिंह नेगी, डा. रंजू बिष्ट, डा. रूपेश कुमार, डा. राकेश मौर्य, डा. बीपी देवली, डा. अरविंद भट्ट और डा. भावना मेहरा आदि उपस्थित थे।