अधिकांश आरओ प्लांट बंद:जागरूकता के अभाव में अधिकांश आरओ प्लांट पर लटके हैं ताले
गर्मी की दस्तक शुरू होते ही टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में पेयजल की गलत शुरू हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ जनता में जागरूकता एवं विभाग की शिथिलता भी कोढ में खाज का काम कर रहे है जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में लगभग बीस आर ओ प्लांट विभाग के द्वारा स्थापित किए गए हैं परंतु देखरेख के अभाव में कई आर ओ प्लांट बंद पड़े हुए हैं जिसके कारण लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने सरकार की मंशा को ही पलीता लगता दिखाई दे रहा है
ग्रामीण परेशान हो रहे हैं
जहां एक ओर जलदाय विभाग सभी आरो प्लांट के सुचारू रूप से संचालित होने का दावा कर रहा है तो वहीं ग्राउंड रियलिटी में अधिकांश आरो प्लांट के ताले लटके हुए हैं जिसके कारण लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तथा लोग फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर हैं ग्रामीण क्षेत्रों के दूरदराज के इलाकों में कई आरो प्लांट को तो महज विभाग द्वारा लाखों रुपए खर्च करके स्थापित करा दिया गया है परंतु 1 दिन भी आरो प्लांट का लाभ नहीं मिल पाया है, जिसके कारण सरकार के लाखों रुपए की बर्बादी होती नजर आ रही है
तीन प्लांट ही बंद हैं: एईएन पीएचई डी
इस संबंध में जानकारी पर जलदाय विभाग के सहायक अभियंता राजेंद्र मीना ने बताया कि क्षेत्र में 20 आरो प्लांट विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे हैं जिनमें गाँव उरदेन, महस्वा एवं कंजौली के प्लांट बंद हैं शेष सभी सुचारू रूप से संचालित हैं- राजेंद्र मीना, सहायक अभियंता टोडाभीम