चकराता की 24 वन पंचायतें सम्मानित
कालसी: वनों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रहे चकराता वन प्रभाग की 24 वन पंचायतों के सरपंचों को डीएफओ कल्याणी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। क्षेत्र की इन वन पंचायतों को जंगल में आग लगने की घटनाओं के दौरान वर्ष-2021 में उत्कृष्ट एवं सराहनीय योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया। डीएफओ ने वन पंचायत के सरपंचों के साथ बैठक कर आगे भी जंगलों की सुरक्षा में सहयोग करने की अपील की।
चकराता वन प्रभाग के रीवर रेंज, कनासर रेंज, रिखनाड़ रेंज, बावर रेंज दारागाड़, देवघार रेंज त्यूणी व मोल्टा रेंज चातरा से जुड़े विभिन्न ग्रामीण इलाकों में वनों की सुरक्षा को कुल 183 पंचायतें गठित है। वन पंचायतों के माध्यम से वन विभाग की टीम सीमांत इलाकों में आग से जंगलों को बचाने और पौधारोपण कार्यक्रम के तहत वन एवं पर्यावरण संरक्षण की मुहिम चलाती है। डीएफओ चकराता कल्याणी और उपप्रभागीय वनाधिकारी वीडी उनियाल ने रीवर रेंज की सात, बावर रेंज की चार, कनासर रेंज की पांच, रिखनाड़ रेंज की छह, मोल्टा और देवघार रेंज की एक-एक वन पंचायतों के सरपंच को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। डीएफओ कल्याणी ने कहा कि चकराता वन प्रभाग में कुल 183 वन पंचायतों का गठन किया गया है। इनमें धोइरा, दधऊ, सकनी, चुणौ, ठलीन, मलेथा, सवाई, बास्तील, पुरटाड़, फनार, भूनाड़, भंद्रोली, डिमिच, जाड़ी, मोहना, लोहारी, सैंज, पुनाह-पोखरी, सहिया-तपलाड़, बनियाना, खाटुवा, खारसी, जस्टा व सावड़ा के संरपंच पुरस्कृत किए गए। इस मौके पर एसीएफ वीडी उनियाल, सरपंच अजीत सिंह, खुशीराम, दयाराम, सुनील सिंह, भोपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह, प्रीतम सिंह, शैलेंद्र सिंह, दिनेश डोभाल, हरि सिंह, नेपाल सिंह, जीत सिंह, चेतराम, सुल्तान सिंह, मोहर सिंह, बारु सिंह आदि मौजूद रहे