हाइड्रो पावर व बांधों के विकास पर किया मंथन
ऋषिकेश : जलवायु परिवर्तन के दौर में जल एवं ऊर्जा सुरक्षा के लिए हाइड्रो पावर और बांधों के विकास पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ, पेशेवर और प्रमुख विद्युत उत्पादक एजेंसियों के प्रतिनिधि ऋषिकेश में जुटे हैं। इस सम्मेलन में बांध और जलविद्युत के सतत विकास, जलवायु परिवर्तन तथा बांध सुरक्षा प्रबंधन आदि विषयों पर अगले तीन दिनों तक विचार विमर्श किया जाएगा।
कमेटी आफ इंटरनेशनल कमीशन आन लार्ज डैम, इंडिया (इनकोल्ड) की ओर से टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के सहयोग से टीएचडीसी के ऋषिकेश स्थित कारपोरेट कार्यालय में सात से नौ अप्रैल तक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। गुरुवार को सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा विद्युत और नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आनलाइन माध्यम से जुड़कर किया। सम्मेलन में 15 देशों के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बांध विशेषज्ञ विभिन्न सत्रों में अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। इस आयोजन में किए जाने वाले विचार-विमर्श में भारत व विदेशों से 350 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। जबकि 104 आइकोल्ड सदस्य देशों के बांध पेशेवर आनलाइन माध्यम से शामिल हों रहे हैं। सम्मेलन में शामिल सभी प्रतिनिधि टिहरी बांध स्थल का दौरा भी करेंगे। अपर महाप्रबंधक कारपोरेट संचार डा. एएन त्रिपाठी ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत, जल एवं ऊर्जा सुरक्षा के लिए हाइड्रो पावर और बांधों के विकास विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में विभिन्न सत्रों में अलग-अलग विषयों पर चर्चा की जाएगी। जिसमें बांध और जलविद्युत के सतत विकास, जल और ऊर्जा सुरक्षा के लिए बांध एवं जल विद्युत विकास, जलवायु परिवर्तन के कारण प्रतिकूल विषम परिस्थितियों, सरकार की नीतियों विषय शामिल है। वहीं पर्यावरणीय व सामाजिक आर्थिक पहलुओं, प्राकृतिक खतरों एवं जोखिमों को दूर करने, पंप स्टोरेज विकास, वर्तमान प्रचलन एवं भावी चुनौतियों एवं बांध सुरक्षा प्रबंधन आदि विषयों पर भी विशेषज्ञ चर्चा करेंगे। उद्घाटन सत्र में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव विश्नोई, एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा, एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अभय कुमार सिंह, केंद्रीय जल आयोग के अध्यक्ष एके सिन्हा आदि मौजूद रहे