तोषी जल्द मिलेगी सड़क की सौगात
रुद्रप्रयाग: डेढ़ दशक से वन कानूनों में उलझे जनपद के सीमांत गांव तोषी के मोटरमार्ग से जुड़ने का सपना साकार होने जा रहा है। निर्माणाधीन त्रियुगीनारायण-तोषी मोटरमार्ग पर चार मीटर कटिग का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष निर्माण कार्य गतिमान है। मोटरमार्ग बनने से जहां क्षेत्र की बुनियादी सुविधाएं हल होंगी, वहीं गांव की 250 आबादी को यातायात सुविधा का लाभ मिलेगा।
वर्ष 2006 में केदारघाटी के अन्तर्गत छह किमी त्रियुगीनारायण-तोषी मोटरमार्ग के लिए स्वीकृति मिली थी। जिसके बाद लोनिवि न इसी दौरान मोटरमार्ग का निर्माण भी शुरू किया था, लेकिन सेंचुरी एरिया होने से मोटरमार्ग निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ सका था। लंबे इंतजारी के बाद अगस्त माह वर्ष 2018 में निर्माणाधीन त्रियुगीनारायण-तोषी मोटरमार्ग को नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड भारत सरकार से निर्माण कार्य की अनुमति मिली, लेकिन वन भूमि हस्तांतरण न होने से फिर मामला लटक गया। इसी वर्ष लोनिवि ऊखीमठ ने वन भूमि हस्तांतरण की पत्रावलियां तैयार भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड की। जिसके बाद पिछले वर्ष अप्रैल माह में उक्त मोटरमार्ग के लिए वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति मिली। लोनिवि मोटरमार्ग निर्माण में आ रहे पेड़ों के छपान के लिए वन निगम को पत्र भेजकर पेड़ों के छपान करने को कहा। गत वर्ष दिसम्बर माह में विभाग ने टेंडर समेत अन्य औपचारिताएं पूरी कर गत जनवरी माह से मोटरमार्ग के लिए पूर्व में स्वीकृत 1.46 करोड़ के बजट से दो किमी मोटरमार्ग का कार्य शुरू कर दिया। वहीं शेष चार किमी मोटरमार्ग के लिए विभाग ने लगभग चार करोड़ का रिवाइज स्टीमेंट तैयार स्वीकृति के लिए शासन भेज दिया है। रिवाइज प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद आगे का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। मोटरमार्ग निर्माण होने से तोषी गांव के करीब चालीस परिवार की 250 से अधिक जनसंख्या को यातायात के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, विद्युत, पानी समेत जैसी बुनियादी सुविधाएं हल हो सकेगी
सीमांत गांव तोषी को जोड़ने वाला निर्माणाधीन त्रियुगीनारायण-तोषी मोटरमार्ग पर पेड़ों का छपान के बाद निर्माण कार्य शुरू हो गया है। गत जनवरी माह से शुरू हुए निर्माण कार्य के तहत चार मीटर कटिग का कार्य पूरा हो गया है। शेष कार्य गतिमान है। पूर्व में स्वीकृत 1.46 करोड़ के बजट में दो किमी मोटरमार्ग का निर्माण किया जाएगा।
मनोज भट्ट
अधिशासी अभियंता, लोनिवि प्रखंड ऊखीमठ