ठांगधार-थौलधार सड़क निर्माण की उम्मीद जगी
कंडीसौड़ : थौलधार विकासखंड के ठांगधार-थौलधार मोटर मार्ग निर्माण को केंद्रीय वन मंत्रालय से स्वीकृति मिलने से क्षेत्रीय जनता में आस जगी है। पिछले बीस से सड़क निर्माण वन अधिनियम के चलते लटका था।
ठांगधार-थौलधार मोटर मार्ग निर्माण की मांग क्षेत्र की जनता पिछले बीस साल से कर रही थी। राज्य सरकार ने जनता की मांग पर यह मार्ग 2012 में स्वीकृत किया था,लेकिन वन अधिनियम के कारण मामला लटका रहा। अब जाकर केन्द्रीय वन मंत्रालय की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल पायी है। अब क्षेत्रीय जनता में आस जगी है कि वर्षों पुराना ठांगधार-थौलधार मोटर मार्ग निर्माण का सपना साकार होगा। थौलधार क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों के बगीचों को जोड़ने वाला यह मार्ग क्षेत्र में काश्तकारों से लेकर पर्यटन के क्षेत्र मे भी महत्वपूर्ण है। इस मोटर मार्ग की स्थिति जीर्ण शीर्ण होने पर 2017 में तत्कालीन ग्राम प्रधान स्व. राजेश भट्ट के नेतृत्व में क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों ने श्रमदान किया था। क्षेत्र पंचायत सदस्य उमा भट्ट का कहना है कि वर्षों पुरानी मांग पर केंद्र से सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने पर क्षेत्र में खुशी की लहर है। अब राज्य सरकार, लोक निर्माण विभाग एवं वन विभाग से क्षेत्र की जनता मांग करती है कि त्वरित गति से सभी औपचारिकताएं पूरी करने के साथ मोटर मार्ग निर्माण शुरू किया जाए।
सहायक अभियंता लोनिवि चंबा कपिल कुमार ने कहा कि केंद्र से सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के बाद डीएफओ टिहरी को प्रतिपूर्ति वनीकरण की कार्यवाही के लिए पत्र भेज दिया गया है। उसके बाद ही आगे की कार्यवाही शुरू की जाएगी।