पुस्तकालय भवन में चल रहा खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय
चंपावत। जिला मुख्यालय के जिला पुस्तकालय में रोजाना औसतन 30 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। बजट न मिलने से नई पुस्तकें नहीं आ रहीं हैं। पदों का भी सृजन नहीं हुआ है। इस कारण कामचलाऊ तरीके से पुस्तकालय का संचालन हो रहा है। इसके बावजूद पिछले साल अक्तूबर से इस पुस्तकालय की तीसरी मंजिल में बीईओ कार्यालय खुल गया है। इससे वहां पढ़ने वालों की एकाग्रता बाधित हो रही है। इन छात्र-छात्राओं ने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन से बीईओ कार्यालय हटाने की मांग की है।
प्रभारी पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह मेहता ने बताया कि 47.85 लाख रुपये के जिला पुस्तकालय भवन का शुभारंभ वर्ष 2015 में हुआ था। करीब 100 लोगों के पढ़ने की क्षमता वाले इस पुस्तकालय में आ रहे व्यवधान से यहां पढ़ने के लिए आने वालों की संख्या में गिरावट भी आ रही है। वहीं सीईओ जितेंद्र सक्सेना का भी मानना है कि पुस्तकालय भवन में बीईओ कार्यालय खोलना ठीक नहीं है। इस कार्यालय को अस्थायी रूप में शिक्षक भवन में ले जाया जाएगा। पुराने बीईओ कार्यालय के दूसरे मंजिल के निर्माण के लिए चालू वित्त वर्ष में जिला योजना से राशि रखी जा रही है। पुस्तकालय की तीसरी मंजिल का उपयोग प्रायोगिक कार्य के लिए किया जाएगा।