बीएड विभाग के किया व्याख्यान का आयोजन
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र बीएड विभाग ने प्रथम विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सुनील गहतोड़ी ने मंगलाचरण से किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. मोहनचन्द्र बलोदी ने कहा कि एससीईआरटी में मुख्य वक्ता आरपी पाठक का महत्वपूर्ण योगदान और अनुभव रहा है। विश्वविद्यालय के बीएड के पाठ्यक्रम निर्माण व पाठ्यक्रम व्यवस्था में इनका विशेष योगदान है। मुख्य वक्ता आर पी पाठक ने कहा कि भारतीय ज्ञान अतीत से ही समृद्ध रहा है। सत्रहवीं शताब्दी में जन्मे अंगुस मैडिसन व वर्ड इकानामी ने कहा था कि भारत विश्व का सबसे धनी व ज्ञानवान देश है। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. सुमन प्रसाद भट्ट और संचालन डॉ. मीनाक्षी सिंह रावत ने किया। इस मौके पर डा. बिंदुमति द्विवेदी, डा. अरविंद नारायण मिश्र, डा. प्रकाश चंद पंत, नरेंद्र थपलियाल, सतीश चंद्र पनेरू, दिव्या गौड़, देवेश पंत आदि मौजूद रहे।