वैज्ञानिकों ने उद्यमियों को दिया साझा रूप से समस्याओं के समाधान का भरोसा
आईआईटी रुड़की ने अपनी टेकसारथी पहल के अंतर्गत भगवानपुर औद्योगिक इस्टेट में उद्योगों के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें उद्यमियों को नवीन तकनीक की जानकारी दी गई। साथ ही उद्योगों की समस्याओं का मिलकर समाधान करने का भरोसा दिलाया। ज्ञात हो कि आईआईटी ने करीब एक साल पहले टेकसारथी योजना लांच की थी। इसमें वैज्ञानिक उद्योगों के उन्नयन और औद्योगिक समस्याओं के समाधन में मदद कर रहे हैं।
भगवानपुर स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में भगवानपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सदस्य, आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिक और एचडीएफसी बैंक के सदस्यों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों एवं उद्यमियों ने तकनीकी रूप से मजबूत समाधान अपनाने, औद्योगिक विकास को गति देने, ‘लोकल टू ग्लोबल’ के उद्देश्यों को साकार करने और बेहतर रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए औद्योगिक आवश्यकताओं पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान वैज्ञानिकों ने बताया कि उद्यमी किस तरह से इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस दौरान औद्योगिक इकाइयों द्वारा उठाई गई समस्याओं के व्यावहारिक समाधान भी प्रस्तुत किए गए। प्रो. सुशील कुमार ने टेकसारथी पहल की जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत आईआईटी विशेषज्ञों की टीम उद्यमियों से मिलकर समस्याओं का समाधान करेगी और सुझाव देगी। साथ ही उत्पादन क्षमता बढ़ाने, तकनीकी का उन्नयन करने, स्थानीय उद्योग के लिए सॉफ्टवेयर व एप डवलप करने, रिमोट मॉनिटरिंग और नियंत्रण आदि में सहयोग किया जाएगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश रावत ने कहा कि आईआईटी रुड़की की टेकसारथी पहल उद्योगों को सतत विकास हासिल करने में मदद करेगी। कार्यक्रम में प्रो. अमित चौधरी, प्रो. पीके झा, प्रो. देबरुपा लाहिड़ी, बैंक के कलस्टर हेड वरुणदीप, सर्कल हेड नितिन खंडपुरी, उद्यमी रमेश कोमाकुलवरकर, गौतम कपूर, शिवम गोयल, प्रो. मीनाक्षी रावत, प्रो. प्रभात मंडल, प्रो. इंद्रनील लाहिड़ी, प्रो. वरुण शर्मा, प्रो. गौरव शर्मा और विशाल तिवारी आदि मौजूद रहे