चार गांव के किसानों को जड़ी बूटी की 30 हजार पौधों का निश्शुल्क वितरण
श्रीनगर गढ़वाल: जड़ी बूटी कृषिकरण को बढ़ावा देने को लेकर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के उच्च शिखरीय पादप कार्यकी शोध केंद्र हैप्रक संस्थान की ओर से कविल्ठा, जालमल्ला, जाल तल्ला और चौमासी के ग्रामीणों को अतीस, कुटकी, जटामासी और टगर जड़ी बूटियों की 30 हजार से अधिक पौधों का निशुल्क वितरण किया गया। हैप्रक संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. विजयकांत पुरोहित के दिशा निर्देशन में ग्राम प्रधान कविल्ठा अरविंद सिंह, जाल मल्ला के प्रधान त्रिलोक सिंह, चौमासी के प्रधान मुलायम सिंह, जाल तल्ला के प्रधान प्रदीप राणा और हैप्रक संस्थान के शोधार्थी जयदेव चौहान, अजय, विपिन रावत, देवेंद्र नेगी, मुकेश ने पौधों का वितरण किया। इस अवसर पर गढ़वाल केंद्रीय विवि श्रीनगर के हैप्रक संस्थान के वैज्ञानिकों ने जीवंती वेलफेयर एंड चैरिटेबल ट्रस्ट और डाबर इंडिया लिमिटेड के सहयोग से चौमासी में जड़ी बूटी कृषिकरण को लेकर किसानों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी आयोजन किया। हैप्रक संस्थान के शोधार्थी जयदेव चौहान ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में होने वाली महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों की महत्ता और उनके उपयोग के बारे में किसानों को विस्तार से बताया। इस मौके पर वन विभाग के देवेंद्र सिंह नेगी, प्रदीप रावत, ग्राम प्रधान मुलायम सिंह और कविल्ठा के प्रधान अरविंद सिंह मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कैलाश कांडपाल ने किया।