आपदा जनित महामारी से बचाव को दी जा रही जानकारी

खटीमा। आपदा जनित महामारी, रोगों से निपटने और उससे बचाव के लिए यहां ग्राम पंचायत नौसर में दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इसके पहले आपात प्रबंधन की तकनीकी अधिकारी डॉ. अमृता गुप्ता ने कहा कि आपदा से निपटने के लिए सभी को पहले से तैयार रहना चाहिए। उन्होंने लोगों को आपदा जनित महामारी से बचना भी बताया।
राज्य के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) की ओर से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, एसडीआरएफ, पंचायती राज विभाग, अग्निशमन विभाग आदि के सहयोग से यह कार्यशाला आयोजित की गई। सीडीसी के प्रतिनिधि डॉ. राजीव शर्मा ने बताया कि किसी भी आपदा से निपटने के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की इस पहल में आपदा प्रबंधन विभाग पूरा सहयोग देगा।
नौसर के ग्राम प्रधान महेंद्र पाल निषाद ने आभार जताया। प्रशिक्षण में एसडीआरएफ जिला आपदा प्रबंधन, अग्निशमन विभाग ट्रेनरों ने प्रशिक्षणार्थियों को आपदा से बचाव के लिए अभ्यास का प्रदर्शन किया। बताया कि विभिन्न आपदाओं की चुनौतियों से निपटने, आपदा से पूर्व तैयारियों के लिए जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायत नौसर का चयन कर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस कार्यशाला में ग्राम पंचायत के सदस्यों, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, एएनएम, सीएचओ, युवक मंगल दल, आपदा मित्र, स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। वहां अग्निशमन अधिकारी वंश बहादुर, वीपीडीओ चंद्रकला, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. संतोष, डॉ. अखिलेश त्रिपाठी आदि थे।