ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की पहली मुख्य सुरंग आर-पार, 520 दिन में बनी दो किमी लंबी टनल
रुद्रप्रयाग: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत नरकोटा में मैक्स कंपनी ने खांकरा व नरकोटा के बीच मुख्य सुरंग आर-पार (ब्रेक थ्रो) कर दी गई है।
500 से अधिक कर्मचारी जुटे रहे दिन-रात काम में
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेल लाइन में पैकेज 7 ए के पोर्टल 2 में पहली मुख्य सुरंग का रविवार की रात को ब्रेक थ्रो किया गया। इस परियोजना में यह पहली मुख्य सुरंग है, जिसका ब्रेक थ्रो हुआ है। इस सुरंग को 520 दिन में पूरा किया गया। इसके लिए पांच सौ से अधिक कर्मचारी दिन-रात काम में जुटे रहे
पहले एस्केप टनल किया था आर पार
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत सात किलोमीटर के दायरे में काम कर रही मैक्स कंपनी ने पहले एस्केप टनल और रविवार की रात को मुख्य सुरंग का ब्रेक थ्रू कर टनल को आर-पार किया है।
इंजीनियर और कर्मचारियों में खुशी की लहर
टनल के ब्रेक थ्रू होने पर नरकोटा और खांकरा टनल पर कार्य कर रही मैक्स कंपनी के इंजीनियर और कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। मैक्स कंपनी की ओर से दो किलोमीटर दायरे को ब्रेक थ्रू किया गया। यह रेल परियोजना में पहली मुख्य सुरंग है, जिसका ब्रेक थ्रू हुआ है
नरकोटा-खांकरा के बीच पूर्ण हुआ पहला ब्रेक थ्रू
मैक्स इन्फ्रा के जीएम राजेश कुमार ने बताया कि यह पहला ब्रेक थ्रू पूरी रेल परियोजना के अंतर्गत नरकोटा-खांकरा के बीच पूर्ण हुआ है। कहा कि मैक्स कंपनी के 500 से अधिक इंजीनियर, एक्सपर्ट और वर्कर की मेहनत से यह काम पूर्ण हुआ है। इस मौके पर जनरल मैनेजर राजेश कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर विनय खेतरपाल, एचआर राजेंद्र भंडारी, लाइजनिंग अधिकारी बी. पाठक सहित सभी अधिकारी और कर्मी मौजूद थे
यहां बनने हैं 13 स्टेशन
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत 13 स्टेशन बनने हैं। यह जगह हैं वीरभद्र, योग नगरी ऋषिकेश, शिवपुरी, व्यासी, देवप्रयाग, जनासू, मलेथा, श्रीनगर (चौरास), धारी देवी, रुद्रप्रयाग (सुमेरपुर), घोलतीर, गौचर व कर्णप्रयाग (सेवई)।