पहली बार नैनीताल पालिका में होगी दो ईओ की तैनाती, वित्तीय संकट से उबरना होगा चुनौती
नैनीताल :नैनीताल नगरपालिका के ईओ अशोक कुमार वर्मा का स्थानांतरण चंपावत कर दिया गया है। उनके स्थान पर काशीपुर से आलोक उनियाल को नैनीताल स्थानांतरित किया गया है। साथ ही ईओ श्रेणी दो में पूजा का स्थानांतरण भी नगर पंचायत लालकुंआ से नैनीताल किया गया है। गुरुवार को दोनों अधिकारी कार्यभार ग्रहण कर सकते है। नगर निकायों के नए ढांचे के लागू होने के बाद पहली बार नैनीताल में दो ईओ की तैनाती की गई है।
नैनीताल नगर पालिका में अब तक एक अधिशासी अधिकारी के जिम्मे ही काम काज चलता आया है। 2015 में पालिकाओं का नया ढांचा बनाया गया। जिसमें नैनीताल पालिका में श्रेणी एक और श्रेणी दो के दो अधिशासी अधिकारियों के पद स्वीकृत किये मगर ढांचा लागू होने के बाद भी व्यवस्थाएं एक ईओ के जिम्मे ही चलती रही। अब जाकर पालिका की जिम्मा दो अधिकारियों के हवाले रहेगा।
स्थानांतरण आदेश के बाद पालिका को दो अधिशासी अधिकारी तो मिल गए, मगर नैनीताल पालिका को चलाना नये अधिकारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। बीते कई वर्षों से पालिका वित्तीय सकंट से जूझ रही है। आमदनी के साधन से अधिक खर्च होने के कारण कर्मचारियों का वेतन भुगतान तक का संकट गहराता जा रहा है।
पालिका में लंबे समय से टीएस, टीआई और लेखाकार का पद खाली पड़ा है। जिस कारण कर वसूली, समेत तमाम कार्य बाधित पड़े है। मगर शासन ने पालिका को टीएस, टीआई, लेखाकार भेजने के बजाए दो अधिशासी अधिकारियों की नियुक्ति कर दी। पूर्व पालिकाध्यक्ष मुकेश जोशी मंटू ने बताया कि पूर्व में पालिका के ढांचे में परिवर्तन सही नहीं है।
नैनीताल पर्यटन स्थल होने के कारण पालिका में पर्यावरण मित्रों के पदों को बढ़ाया जाना चाहिए था। मगर इसके उच्च अधिकारियों का स्थानांतरण नैनीताल किया जा रहा है। जिससे पालिका और शहर की स्थिति में गिरावट आ रही है। नैनीताल में लंबे समय से ड्राफ्टमैन की कमी है, जिससे नजूल से संबंधित दाखिल खारिज के मामले में लटके पड़े हैं।